22 फरवरी 2024 को, काईट ग्रुप ऑफ़ इंस्टीटूशन्स ने सीएसआर पहल के अंतर्गत पावर सेमीकंडक्टर डिवाइसेज़ पर केंद्रित उत्कृष्टता केंद्र (सीओई) के उद्घाटन समारोह का आयोजन किया। इस खास मौके पर, मित्सुबिशी एवं केआईईटी के इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग के साथ एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए।
उद्घाटन समारोह में मित्सुबिशी इंडिया के सम्मानित अतिथि उपस्थित थे, नामतः श्री हितेश भारद्वाज (महाप्रबंधक), श्री प्रदीप बिष्ट (सहायक महाप्रबंधक), श्री संदीप कुमार (उप प्रबंधक), सुश्री तृप्ति वर्मा (उप प्रबंधक), श्री सौरभ बडबडवाल (इंजीनियर), और सुश्री स्तुति गुलाटी (कार्यकारिणी)।
समारोह की शुरुआत संस्थान के गणमान्य व्यक्तियों डॉ. अनिल अहलावत (प्रभारी निदेशक), डॉ. मनोज गोयल (संयुक्त निदेशक), डॉ. शैलेश तिवारी (अतिरिक्त निदेशक), डॉ. विभव कुमार सचान (डीन आर० एंड०डी और ईसीई के प्रमुख), और डॉ. केएलए खान (डीन आईईसी) द्वारा अतिथियों के स्वागत से हुई। इस अवसर पर प्रभारी निदेशक डॉ. अनिल अहलावत ने संस्थान के बारे में संक्षिप्त परिचय दिया। मित्सुबिशी के महाप्रबंधक के साथ बातचीत के दौरान, संयुक्त निदेशक, डॉ. मनोज गोयल ने कहा, मित्सुबिशी के साथ हमारा सहयोग प्रॉब्लम स्टेटमेंट्स पर काम करने पर आधारित होगा ताकि उद्योग और शिक्षा जगत के बीच अंतर को कम किया जा सके।" उन्होंने शिक्षा पर एक दूरदर्शी दृष्टिकोण व्यक्त किया और तर्क दिया कि इसका उद्देश्य केवल रोजगार हासिल करने से परे है।
एमओयू से छात्रों और संकाय को उद्योग-प्रासंगिक परियोजनाओं में संलग्न होने, नई प्रौद्योगिकियों को विकसित करने और मित्सुबिशी जैसे अग्रणी उद्योग भागीदारों के साथ सहयोग करने में सक्षम बनाने की उम्मीद है। यह उत्कृष्टता केंद्र (सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस) काईट समुदाय को नवीनतम उद्योग रुझानों और चुनौतियों से अवगत रखने के लिए कार्यशालाओं, सेमिनारों और अतिथि व्याख्यानों की एक श्रृंखला की मेजबानी करेगा। यह प्रयास उद्योग की चुनौतियों का सीधे समाधान करके नए अवसर खोल सकता है। शिक्षा जगत और उद्योग के बीच यह तालमेल पाठ्यक्रम को अधिक उद्योग-उन्मुख और समकालीन बनाने के लिए तैयार है।
इस विशेष अवसर पर उपस्थित लोगों में डॉ. रुचिता गौतम (एसोसिएट डीन आर एंड डी और अतिरिक्त एचओडी ईसीई), डॉ. प्रवीण कुमार (सहायक प्रोफेसर, ईसीई), सुश्री रितिका शर्मा और टीम के अन्य सदस्य शामिल थे|