नई दिल्ली,इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र में स्थित उमंग सभागार में 23 फरवरी 2024 को 'अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा उत्सव' का आयोजन किया गया। यह आयोजन हिंदुस्तानी भाषा अकादमी तथा इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के कला निधि विभाग द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।
दो सत्रों में आयोजित किए गए इस भव्य कार्यक्रम में हिंदी, बंगाली, पंजाबी तथा सिंधी आदि भारतीय भाषाओं में गीत लोकगीत, कविता, महिया और गजलें प्रस्तुत की गईं। इस सत्र का संचालन अकादमी के सलाहकार संपादक एवं वरिष्ठ कवि विनोद पाराशर ने किया।
कार्यक्रम के दूसरे सत्र में पदम श्री से सम्मानित वरिष्ठ साहित्यकार एवं पत्रकार शीला झुनझुनवाला की नवीनतम कृति 'पतझड़ में बसंत' का लोकार्पण किया गया। इस पुस्तक का प्रकाशन वाणी प्रकाशन द्वारा किया गया है।
इस अवसर पर कला निधि विभाग, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के डीन प्रोफेसर (डॉ.) रमेश चंद्र गौड़, श्री अजीत कुमार, प्रभारी राजभाषा, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र तथा दिल्ली के कई वरिष्ठ साहित्यकार एवं लेखक उपस्थित थे ।
डॉ शीला झुनझुनवाला ने अपने लेखकीय उद्बोधन में इस पुस्तक के लिखने की प्रेरणा एवं उद्देश्य पर विस्तार से वक्तव्य दिया । उपस्थित श्रोता उनके वक्तव्य से स्वयं को जुड़ा हुआ महसूस कर रहे थे । हिंदुस्तानी भाषा अकादमी के अध्यक्ष श्री सुधाकर पाठक ने अपने स्वागत वक्तव्य में मातृभाषाओं के संरक्षण के महत्व पर प्रकाश डाला तथा भाषा, संस्कृति और साहित्य के विभिन्न पहलुओं को अपने वक्तव्य में सम्मिलित किया ।
डॉ रमेश चंद्र गौड़ ने इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यूनेस्को की पहल पर अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस मनाने के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। इस सत्र का धन्यवाद ज्ञापन श्री अजीत कुमार द्वारा किया गया।
कार्यक्रम के प्रथम सत्र में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र ही नहीं, बाहर के राज्यों के 35 से भी अधिक कवियों एवं गीतकारों ने अपनी भावपूर्ण प्रस्तुतियां दी । काव्य सत्र में मंचासीन अतिथियों में श्री अतुल प्रभाकर, डॉ संजीव कुमार, श्री किशोर श्रीवास्तव एवं श्री अनिल वर्मा मीत की उपस्थिति स्तरीय रचनाओं का पाठ हुआ।
भारतीय भाषाओं के जिन कवि एवं कवित्रियों ने अपनी प्रस्तुतियां दें उनमें शामिल थे- उषा रानी, बृज लाला कुमार, हरि नारायण जाट, डॉ. पराग शर्मा, आशीष कुमार, रंजना मजूमदार, उमंग सरीन, मीनाक्षी भसीन, अर्चना मेहता, चंचल हरेंद्र वशिष्ठ,अंजू मोटवानी, पूनम मटिया,राजव्रत कलमकार, अरविंद तिवारी, रविंद्र तिवारी, केशी गुप्ता, प्रीति गोयल, मीनू बाला मल्होत्रा, डॉ पूजा भारद्वाज, इंदु मिश्रा किरण, पुनीता सिंह, मोहिनी पांडे, गोल्डी गीतकार, उमा शर्मा, प्रवीण व्यास, विजय, संजय श्रीवास्तव तूलिका सेठ और दीपा शर्मा आदि। कार्यक्रम के अंत में हिंदुस्तानी भाषा अकादमी की वरिष्ठ सदस्य वनिता शर्मा ने सभी अतिथियों तथा आगंतुकों का आभार व्यक्त किया। अकादमी के वरिष्ठतम सदस्य श्री विजय शर्मा एवं डा. सोनिया आरोड़ा ने भी इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।