जनपद उत्तर पश्चिमी दिल्ली स्थित पी एम श्री केन्द्रीय विद्यालय सैनिक विहार में स्नातकोत्तर शिक्षकों के लिए दो दिवसीय वाणिज्य सामग्री संवर्धन कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसका उद्घाटन श्री घनश्याम पाण्डेय, सहायक आयुक्त, केन्द्रीय विद्यालय संगठन (दिल्ली संभाग)के द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। इस अवसर पर सहायक आयुक्त महोदय के द्वारा नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2020 पर एक विशेष सत्र भी आयोजित किया गया। जिसमें एन सी एफ 2023 के उद्देश्यों और इसके कार्यान्वयन की दिशा में चल रहे प्रयासों पर प्रकाश डाला गया । उन्होंने शिक्षण विधियों, पाठ्यक्रम सुधार, और छात्रों की सीखने की प्रक्रिया को बेहतर बनाने के लिए आवश्यक संसाधनों के विकास पर विस्तृत चर्चा की। कार्यशाला निदेशक, प्राचार्या श्रीमती संगीता यादव ने मुख्य अतिथि सहित सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया साथ ही इन दो दिनों में प्राप्त ज्ञान के उपयोगी और स्थायी होने की भी उम्मीद जताई तथा सभी प्रतिभागियों से अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की अपील की। व्यवसाय अध्ययन विषय का सत्र प्रसिद्ध लेखक सुभाष डे के द्वारा लिया गया जिसमें उन्होंने शिक्षण को कैसे प्रभावशाली बनाया जाए इस विषय पर चर्चा की साथ ही अध्यात्म शिक्षकों का साकारात्मक आचरण और परिणाम स्वरूप छात्रों में होने वाले नैतिक विकास पर भी प्रकाश डाला। कार्यशाला निदेशक श्रीमती संगीता यादव ने शिक्षकों को नवीनतम शिक्षण तकनीकों और सामग्री से अवगत कराया, जिससे वे अपने शिक्षण उपागम को और बेहतर बना सकें।
मध्यावकाश के बाद का सत्र श्रीमती वीणू श्रीवास्तव उप-प्राचार्या केन्द्रीय विद्यालय आर के पुरम सेक्टर 8 के द्वारा लिया गया जिसमें उन्होंने शिक्षा शास्त्र और बहुअनुशासनिक विषयक उपागम पर विस्तृत चर्चा की दिवस दो का प्रारंभ प्रार्थना के द्वारा किया गया। लेखाशास्त्र विषय का सत्र प्रसिद्ध लेखक और प्रशिक्षक डा विकास विजय के द्वारा लिया गया जिसमें सीबीएसई सेम्पल पेपर,और छात्रों की दक्षता कैसे बढ़ाई जाए इस विषय पर चर्चा की जो काफी मनोरंजक और ज्ञान वर्धक रहा। सभी प्रतिभागियों के लिए यह स्वर्णिम अवसर था कि श्री सरदार सिंह चौहान उपायुक्त केन्द्रीय विद्यालय संगठन (दिल्ली संभाग)ने संबोधित किया और सभी प्रतिभागियों को सीबीएसई बोर्ड में शत-प्रतिशत परीक्षा परिणाम साथ ही 75% निष्पादन सूचकांक हेतु प्रोत्साहित किया। लंच के बाद के सत्र में विभिन्न विद्यालयों से आए प्रतिभागियों ने अपने विद्यालय में किए जा रहे नवाचार के अनुभवों को साझा किया। कार्यशाला का अंतिम और अति महत्वपूर्ण सत्र कार्यशाला निदेशक श्रीमती संगीता यादव द्वारा शिक्षक की भूमिका विषय पर लिया गया। जिसमें उन्होंने ने शिक्षकों को अध्यापन से पूर्व अध्य्यन का सुझाव दिया।
यहां यह उल्लेखनीय है कि दो दिवसीय कार्यशाला में विस्तृत और वृहद चर्चा हेतु संभाग के द्वारा प्रतिभाशाली संसाधको की नियुक्ति की गई है। संसाधक श्री शिव कान्त जी ने बताया कि विभिन्न विद्यालय से कुल 57 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। प्रतिभागियों ने बताया कि कार्यशाला सफल रहा और वह बहुत कुछ सीख कर जा रहे हैं जो उत्तम परीक्षा परिणाम की प्राप्ति में सहायक सिद्ध होने वाले हैं।