नई दिल्ली: "परिवार जनों से बिछड़ी मानसिक रूप से विक्षिप्त बुजुर्ग महिला को पुनः एक बार फिर मिलवाया परिवार से"!अपने परिवार से दिल्ली में बिछड़ गई एक बुजुर्ग महिला को जिसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं बताई जा रही थी,दिल्ली की नंद नगरी थाने की पुलिस ने नंद नगरी में चल रहे आशियाना नाम के वृद्ध आश्रम तक पहुंचा दिया परंतु उसकी मानसिक स्थिति ठीक ना होने के कारण वह बुजुर्ग महिला सही से अपना नाम पता तक नहीं बता पा रही थी, उसकी बोली भाषा सेे ज्ञात हुआ कि वह बिहार प्रदेश की रहने वाली थी और वहीं की भाषा में बात कर रही थी, इत्तेफाक समझिए की आशियाना नाम से चलने वाले वृद्ध आश्रम जिसके संचालक सुनहरी लाल यादव ने दिलशाद गार्डन में एक दांतो वाले डॉक्टर से निवेदन किया कि वह हमारे यहां निशुल्क बुजुर्ग महिलाओं के लिए एक दांतों की जांच का विशेष कैंप लगाए डॉक्टर चंद्रा कैंप लगाने के लिए सहर्ष तैयार भी हो गए जब डॉक्टर चंद्रा आशियाना वृद्ध आश्रम पहुंचे अपने स्टाफ के साथ, तो वह बुजुर्ग महिला उन्हें एक कोने में बैठी हुई रोते हुए नजर आई तो उन्होंने उस बुजुर्ग महिला ने अपना नाम लूखिया देवी बताया, जब डॉक्टर चंद्रा ने उनके रोने का कारण जानना चाहा, तो उस बुजुर्ग महिला ने बिहार की (मैथिली)भाषा में बात की डॉक्टर चंद्रा भी बिहार से वास्ता रखते हैं उनको महिला द्वारा बताई गई सारी बातें समझ में आसानी से आ गई फिर उन्होंने उस बुजुर्ग महिला का पूरी जानकारी का बात करते हुए विडियो बनाया और बिहार पुलिस में तैनात उनके एक परिचित अधिकारी को उस बुजुर्ग महिला का वीडियो भेज दिया। बिहार के पुलिस अधिकारी ने उस क्षेत्र के जहां की वो रहने वाली थी वह वीडियो भेजा और परिजनों को पूरी जागरूकता दिखाते हुए जल्द ही खोज निकाला और वह अब अपने परिवार से मिल चुकी है, उनके परिवार वाले उनको वृद्ध आश्रम से वापस पुनः अपने घर ले गए, इस अभूतपूर्व कार्य में आशियाना नाम के वृद्ध आश्रम के संचालक सुनहरी लाल यादव और दिल्ली पुलिस के साथ-साथ सबसे बड़ा सहयोग उत्तर पूर्वी दिल्ली क्षेत्र के मशहूर दंत चिकित्सक डॉक्टर चंद्र दीप चंद्रा का विशेष सहयोग रहा जिसके लिए लूखियां देवी के परिवार जनों ने डॉक्टर चंद्र दीप चंद्रा एवं सुनहरी लाल यादव का दिल से आभार व्यक्त किया।