गाजियाबाद। मॉडर्न कॉलेज ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज मोहन नगर गाजियाबाद की भारतीय भाषा, संस्कृति एवं कला प्रकोष्ठ, अमृत मंथन वेलफेयर सोसायटी गाजियाबाद एवं माधवी फाउंडेशन, लखनऊ के संयुक्त तत्वाधान में "मूल्यपरक शिक्षा और साहित्य: अंतर्संबंध एवं प्रासंगिकता" विषय पर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन 13 दिसंबर 2023 से महाविद्यालय के सभागार में किया गया। प्रथम दिन के उद्घाटन सत्र का शुभारंभ महाविद्यालय के सचिव श्री विनीत गोयल एवं संगोष्ठी की आयोजक डॉ. निशा सिंह (प्राचार्या, मॉडर्न कॉलेज ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज ) के द्वारा कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ. इंद्रजीत शर्मा (समाजसेवी, न्यूयॉर्क) मुख्य अतिथि डॉ. रमा शर्मा (संपादक- हिंदी की गूंज, जापान) विशिष्ट अतिथि डॉ. ओमप्रकाश प्रजापति (प्रधान संपादक-ट्रू मीडिया समूह, दिल्ली) व डॉ. सुनीता चंदाला( शिक्षाविद,यूएसए, कैलिफोर्निया), बीज वक्ता डॉ. मिथिलेश दीक्षित (माधवी फाउंडेशन लखनऊ की संस्थापक व अध्यक्षा) व अन्य अतिथि गणों के स्वागत द्वारा किया गया। इसके पश्चात प्राचार्या द्वारा सभी अतिथि गणों का परिचय कराते हुए स्वागत भाषण दिया गया। इस अवसर पर बीज वक्ता ने अपना उद्बोधन प्रस्तुत करते हुए कहा कि शिक्षा व साहित्य में घनिष्ठ संबंध है। शिक्षा ज्ञान की प्रकाशिका होती है। उच्च मानवीय मूल्यों से समन्वित शिक्षा द्वारा आत्मबोध एवं परमात्म बोध तक संभव है। विशिष्ट अतिथि डॉ. सुनीता चाँदला ने कहा कि मूल्यपरक शिक्षा द्वारा मनुष्य श्रेष्ठ जीवन पद्धति को अपनाता है और अपने संपूर्ण व्यक्तित्व का विकास करता है। विशिष्ट अतिथि डॉ. ओमप्रकाश प्रजापति ने कहा कि मूल्यपरक शिक्षा समाज में नैतिकता को बढ़ाती है तथा विद्यार्थियों में कौशल, सामाजिकता व सांस्कृतिकता की भावना को जाग्रत करती है। मूल्यपरक शिक्षा पर आधारित साहित्य विश्व में सामंजस्य व सहयोग हेतु अत्यंत आवश्यक है। मुख्य अतिथि महोदया ने हिंदी भाषा व मूल्यपरक शिक्षा के महत्व से सभी को अवगत कराया। कार्यक्रम के अध्यक्ष ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि विभिन्न सामाजिक-सांस्कृतिक परिस्थितियों से नियन्त्रित जीवन-मूल्यो की पुनः प्रतिष्ठा में शिक्षण संस्थाओं का अपना विशिष्ट योगदान रहा है। उद्घाटन सत्र के पश्चात तकनीकी सत्र आरंभ किया गया। तकनीकी सत्र प्रथम व में मूल्य शिक्षा का महत्व, मूल्य का साहित्य पर प्रभाव, शिक्षा एवं मानवीय मूल्य संप्रेषण के विविध आयाम, मूल्यपरक शिक्षा के विकास में सोशल मीडिया की भूमिका आदि विषयों पर अनेक शोध पत्र प्रस्तुत किए गए। प्रथम तकनीकी सत्र की अध्यक्षा व विषय विशेषज्ञ डॉ. कल्पना दुबे (एसोसिएट प्रोफेसर, हिंदी विभाग, एमएमएच कॉलेज, गाजियाबाद) रहीं। इसके पश्चात द्वितीय सत्र का आरंभ किया गया जिसमें वैश्विक परिप्रेक्ष्य में वर्तमान शिक्षा प्रणाली का स्वरूप, सामाजिक परिवर्तन में मूल्य परक शिक्षा एवं साहित्य की भूमिका तथा शिक्षा और साहित्य: संप्रेषण और आधुनिक तकनीक आदि अनेक विषयों पर शोध पत्र प्रस्तुत किए गए। द्वितीय तकनीकी सत्र की अध्यक्षा डॉ. सुभाषिनी शर्मा (एसोसिएट प्रोफेसर, रसायन विभाग,एमएमएच कॉलेज गाजियाबाद) रहीं। इस अवसर पर सभी विभागों के विभागाध्यक्ष, प्रवक्ता गण, अनेक शिक्षाविद तथा शोधरत छात्र- छात्राएं उपस्थित रहे ।