प्रतिवर्ष की तरह हिंदी कश्मीरी संगम मुंबई और अहमदाबाद के सद विचार परिवार से अस्थियां लाई गई । सद विचार परिवार संस्था कई वर्षो से अहमदाबाद और आसपास की अस्थियों को स्वीकार कर हर तीन महीने मै हरिद्वार मै अस्थियों को प्रवाहित किया जाता है । पितृ पक्ष मै प्रो बीना बुदकी प्रतिवर्ष जम्मू कश्मीर मुंबई और अहमदाबाद से अस्थियों को लाकर हरिद्वार मै सती घाट से प्रवाहित करती है । हरिद्वार मै धर्म यात्रा महासंघ के डॉक्टर उपेंद्र डॉक्टर काला जानकीनाथ जी रविन्द्र गोयल जी श्रीमती सुनीता शुक्ला श्री यशपाल जी श्रीमती सुषमा मिश्रा जी श्री कमलेश्वर मिश्रा जी ने आज के इस पावन कार्य मै अपना अमूल्य समय दिया ।आचार्य पूजा माई ने भी प्रतिवर्ष की तरह अपना बहुमूल्य भाषण और समर्पण दिया । बीना बुड़की ने बताया कि काश आज का हर नौजवान मृत्यु संस्कार के महत्व को समझ पाता और पितृ दोष से मुक्त हो जाता लेकिन लोग परेशान होकर पंडितो और पीरो की मजार पर सर पटकते है पर अपनी संस्कृति संस्कारों का पालन नहीं करते है अगर सनातन धर्म के सभी हिंदू परिवार के लोग अपने बड़े बुजुर्ग का सही समय पर विसर्जन करते रहेंगे तो कोई भी आत्मा नहीं भटकेगी और कई दोषों से भी मुक्त हो जायेगे।इस वर्ष बीना बुदकी कश्मीर मै शरणार्थी कश्मीरी बच्चो का यज्ञोपवित खीरभा।वनी मैं करवा रही है 25अक्टूबर को उनके ऐसे ही समाज के कल्याण कारी कार्य समय समय पर होते रहते है