गाजियाबाद। वसुंधरा स्थित मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के पांच दिवसीय रजत जयंती महोत्सव का आयोजन जारी है। चौथे दिन की शाम को मेवाड़ के डेढ़ दर्जन मेधावी पुरातन विद्यार्थियों को शॉल एवं स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर विद्यार्थियों द्वारा आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम से शाम सुरमई हो गई। पूर्व राज्यसभा सांसद एवं एकात्म मानव दर्शन अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान, नई दिल्ली के अध्यक्ष डॉ. महेश चंद्र शर्मा मुख्य अतिथि के रूप में समारोह में शामिल हुए। अपने सम्बोधन में उन्होंने कहा कि मेवाड़ के बच्चों ने समाज में अपना एक विशेष स्थान बनाया है। विद्या का निकष विनय है। हम इसके सम्पर्क में रहें। हमारे भीतर प्रभुता की नहीं विनय की पात्रता होनी चाहिए। प्रबंधन और फैकल्टी में एकात्मकता होनी जरूरी है। जहां एकात्मकता होगी, वहीं गुरुकुल होगा। मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डॉ. अशोक कुमार गदिया ने कहा कि हमारी कमाई हमारे बच्चे हैं। मेवाड़ में पढ़ने वाला हर बच्चा उनके परिवार का हिस्सा है। किसी गरीब को न सताना और किसी कमजोर की मदद करना, मेवाड़ का प्रमुख उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि भारत के पास जो 75 करोड़ नौजवानों की ताकत है इसे सही दिशा देना आवश्यक है। इंस्टीट्यूशंस के महासचिव सीए अशोक कुमार सिंहल ने कहा कि हम कठिन परिश्रम करें। जहां जॉब करें, उसे भगवान की गद्दी मानें और अपना सौ प्रतिशत दें। सेवा कार्यों से जुडें। इस मौके पर एकल एवं समूह नृत्य प्रस्तुत किये गये। मेवाड़ पर बनी एक विशेष डाक्यूमेंट्री प्रदर्शित की गई। आदीश अग्रवाल, नवीन शाह, समेत नवनीत सोनी, जीके ढल, वाईके सिंह, सौरभ भूषण, मोहसिन खान, विशाल कोहली, सौरभ लूथरा, रवीन अब्बास, शिखर जौहरी, सिद्धार्थ शंकर तिवारी, डॉ. आशीष मित्तल, समीर श्रीवास्तव, गौरव, लक्ष्मी चौहान आदि मेधावी पुरातन विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। निदेशिका डॉ. अलका अग्रवाल ने सभी का स्वागत किया और अपनी शुभकामनाएं दीं। इस मौके पर मेवाड़ परिवार के सभी सदस्य मौजूद थे। संचालन अमित पाराशर ने किया