काव्य संध्या में कवियों ने बिखेरे कविता के रंग
गाजियाबाद। माँ हंसवाहिनी साहित्यिक मंच की ओर से वसुंधरा सेक्टर 15 में आयोजित काव्य संध्या में कवियों ने अपनी कविताओं के विविध रंग प्रस्तुत कर सभी का मन मोह लिया। काव्य संध्या की अध्यक्षता देश के वरिष्ठ गीतकार डॉ. अशोक मधुप ने की। वरिष्ठ साहित्यकार एवं पत्रकार डॉ. चेतन आनंद मुख्य अतिथि रहे। जबकि सुप्रसिद्ध ग़ज़लकार रजनीश त्यागी राज विशिष्ट अतिथि थे। मंच की उपाध्यक्ष एवं सुप्रसिद्ध कवयित्री ममता लड़ीवाल ने कार्यक्रम का मन भावन संचालन किया। माँ शारदा की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर काव्य संध्या का शुभारंभ किया गया। सुपरिचित कवयित्री वन्दना कुँअर रायज़ादा ने माँ वीणापाणि की वंदना की। मंचासीन अतिथियों का माल्यार्पण एवं पटका पहनाकर संस्था के अध्यक्ष जगदीश मीणा, महासचिव डॉ. मनोज कामदेव एवं कोषाध्यक्ष शोभा सचान ने स्वागत व अभिनंदन किया। आमंत्रित सभी रचनाकारों ने अपने-अपने अंदाज़ में काव्य पाठ कर समा बाँध दिया। डॉ अशोक मधुप, डॉ. चेतन आनंद, वंदना कुँअर रायज़ादा, अनिल मीत, सुंदर सिंह, सुमित अग्रवाल, डॉ रजनीश त्यागी ‘राज’, रवि ऋषि, डॉ अवधेश तिवारी ‘भावुक’, सुरेंद्र रावत, पूनम सागर, पवन तोमर, गोपाल गुप्ता, जयप्रकाश रावत, सीमा सागर शर्मा, पूजा श्रीवास्तव, शोभा सचान, डॉ. मनोज कामदेव, ममता लड़ीवाल एवं जगदीश मीणा सभी ने एक से बढ़कर एक गीत, ग़ज़ल, मुक्तक, छंद पढ़कर कार्यक्रम को ऊंचाइयां प्रदान कीं। वरिष्ठ गीतकार प्रमोद प्यासा के निधन पर श्रद्धांजलि स्वरूप दो मिनट का मौन रखा गया। कार्यक्रम के अंत में संस्था के महासचिव डॉ. मनोज कामदेव ने सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त किया।