एशियन लिटरेरी सोसाइटी ने 22 नवंबर 2025 को नई दिल्ली स्थित कांस्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया में अपनी 8वीं एशियन लिटरेरी कॉन्फ्लुएंस का भव्य आयोजन किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पद्मविभूषण डॉ. करण सिंह (पूर्व केंद्रीय शिक्षा एवं संस्कृति मंत्री) रहे। इस अवसर पर डॉ. लक्ष्मी शंकर बाजपेयी (उप महानिदेशक, आकाशवाणी), डॉ. विनीता निरुला (पूर्व वाइस प्रिंसिपल, लेडी इरविन कॉलेज एवं कवयित्री) तथा प्रसिद्ध लेखिका-कवयित्री ममता किरण ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति से समारोह की शोभा बढ़ाई।
एशियन लिटरेरी सोसाइटी के संस्थापक एवं लेखक मनोज कृष्णन ने सभी सम्मानित अतिथियों, लेखकों और प्रतिभागियों का हार्दिक स्वागत किया तथा एएलएस समुदाय की उल्लेखनीय उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। अनीता चंद, किरण बबल तथा वंदना भसीन ने लेखन के प्रति अभिरुचि जगाने और समुदाय निर्माण की दिशा में एएलएस के प्रयासों को रेखांकित किया।
समारोह का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा रहा एनुअल वर्ड्समिथ अवॉर्ड्स, मेमोरियल अवॉर्ड्स, एएलस्फियर अवॉर्ड्स, आर्ट कॉन्टेस्ट तथा फोटोग्राफी कॉन्टेस्ट के विजेताओं की घोषणा। सभी विजेताओं के नाम इस प्रकार हैं:
एएलएस सागर मेमोरियल अवॉर्ड 2025 (बाल पुस्तक): प्रथम - आरती सोन्थालिया (मेहर’स वर्ल्ड ऑफ कलर्स), द्वितीय - ज्योति प्रतीक (पोबी एंड पॉली – द एसेंस ऑफ फ्रेंडशिप), तृतीय - बरखा (अवधूत – ए बुक ऑफ पोएम्स) एवं श्वेता वरुण मेहरा (एम’स वे)। बाल कविता: प्रथम - डॉ. मीनल (मुन्नी के सपने), द्वितीय - मनीषा अमोल (चंदा मामा), तृतीय - राम्या वी (इट्स आवर वर्ल्ड)। बाल कहानी: प्रथम - नारायणी वी मनपादम (अ सेकंड शॉट एट लाइफ), द्वितीय - नीति परती (दामिनी एंड द एआई ड्रैगन), तृतीय - मनीषा अमोल (दोस्ती), सर्टिफिकेट ऑफ एक्सीलेंस - डॉ. मीनल (हेयरकट)। एएलएस दीप्ति श्रीवास्तव मेमोरियल अवॉर्ड 2025 (अंग्रेजी कविता): प्रथम - डॉ. अनामिका नाथ (व्हेन पीस अराइव्ज), द्वितीय - अपर्णा लक्ष्मी ‘हीना’ (अ पीस फॉर पीस), तृतीय - प्रीति वारियर (एन आई फॉर एन आई)। एएलएस डॉ. ऊषा श्रीधर मेमोरियल अवॉर्ड 2025 (अंग्रेजी कविता): प्रथम - नीति परती (फ्लोटिंग व्हिस्पर्स ऑफ अ चाइल्ड्स ड्रीम)। अंग्रेजी कहानी: प्रथम - चंद्रा सुंदीप (ब्रशस्ट्रोक्स ऑन साइलेंस)। एएलस्फियर अवॉर्ड 2025 (महिला मुद्दों पर लघुकथा): प्रथम - डॉ. मल्लिका त्रिपाठी (क्राई ऑफ अ मिरर)। महिला मुद्दों पर लेख: प्रथम - डॉ. गीतिका वर्मा (वेल्स ऑफ साइलेंस)।वर्ड्समिथ अवॉर्ड 2025 (हिंदी कहानी): प्रथम - नीति परती (खामोशियाँ)। हिंदी कविता: प्रथम - स्वाति गर्ग (मैं बटोही)। अंग्रेजी कविता: प्रथम - डॉ. वेधा सुरेंद्र (द सीड अनबॉर्न)। अंग्रेजी कहानी: प्रथम - नीति परती (फ्रैग्मेंट्स ऑफ मेमोरी)। जूनियर अंग्रेजी कविता: प्रथम - दिया मितताई । फोटोग्राफी कॉन्टेस्ट: प्रथम - जेड एन लधा (अर्बन काइट)। आर्ट कॉन्टेस्ट: प्रथम - पूजा काबरा (वुमन्स लाइफ इन फोर कार्ड्स)।
इसके अलावा डॉ. अनामिका नाथ, प्रीति वारियर, मनप्रीत चड्ढा, राम्या वी, नारायणी वी मनपादम, जेड एन लधा, डॉ. मीनल, मनीषा अमोल, अपर्णा लक्ष्मी, डॉ. शिल्पा चक्रवर्ती, पूजा काबरा, मल्लिका त्रिपाठी, स्वाति गर्ग, सौरभ दत्त, बरखा, डॉ. सुबूही जाफर, देवी वैदेही, इंद्राणी चौधरी, इंद्राणी चटर्जी सहित अनेक लेखकों को विभिन्न श्रेणियों में द्वितीय, तृतीय पुरस्कार एवं सर्टिफिकेट ऑफ एक्सीलेंस प्रदान किए गए।
समारोह में एएलएस समुदाय के तीन नई पुस्तकों का भव्य लोकार्पण भी हुआ: मनोज कृष्णन की हृदयस्पर्शी हिंदी काव्य कृति “वो सिलवटें करार की थीं” जो जीवन के अनकहे रहस्यों और कोमल भावनाओं का अनुपम संकलन है; मनोज कृष्णन एवं ज़ेबा हाशमी द्वारा संपादित प्रेरणादायी संकलन “बस इतना सा ख़्वाब है” जो दिव्यांग शूरवीरों की साहसिक कहानियों को समर्पित है; तथा डॉ. आदित्य रत्तन का रोमांचक पौराणिक कथा-काव्य “मोक्ष डिवाइन रिवर्सल” जो इंद्रलोक से पृथ्वी तक फैली कर्म, मोक्ष और आत्मा की खोज की अद्भुत यात्रा है और पाठक के अंतर्मन को झकझोर देती है। साथ ही लेखक शैलेन्द्र कपिल ने भी अपनी नवीनतम पुस्तक करण सिंह जी को भेंट किया।
कार्यक्रम का संचालन मनोज कृष्णन, वंदना भसीन एवं अनीता चंद ने किया। समस्त लेखकों का सम्मान एवं धन्यवाद ज्ञापन के साथ 8वीं एशियन लिटरेरी कॉन्फ्लुएंस 2025 का समापन हुआ। विश्वभर से जुड़े दर्शकों ने ऑनलाइन एवं ऑफलाइन भरपूर प्रशंसा की और एशियन लिटरेरी सोसाइटी की साहित्यिक पहल को सराहा।
