दिल्ली-एन०सी०आर स्थित काईट ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूशंस के कंप्यूटर साइंस विभाग द्वारा “डेटावर्स 2025” का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। यह दो-दिवसीय राष्ट्रीय स्तर का तकनीकी उत्सव 6–7 नवम्बर 2025 को “डेटा, एआई और नवाचार के आयामों की खोज” विषय पर आयोजित हुआ। इस आयोजन का उद्देश्य छात्रों में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस), डाटा साइंस और उभरती प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में जिज्ञासा, रचनात्मकता और सहयोग की भावना को प्रोत्साहित करना था।
डेटावर्स 2025 में विशिष्ट अतिथि सम्माननीय रहे — माया शेरमैन (एआई साक्षरता प्रमुख, जीपीएआई-ओईसीडी), तारक प्रभाकर (ई-नेक्स्टजेन टेक्नोलॉजीज), हिमांशु जोशी (नीति आयोग, भारत सरकार), तथा अश्वनी यादव (संस्थापक, न्यूरोदृष्टि)। विशेष अतिथि के रूप में श्रिधर मंकर (5 मिनट इंजीनियरिंग) और अक्षय सैनी (नमस्तेदेव) उपस्थित रहे, जिन्होंने छात्रों के साथ संवाद करते हुए डेटा और प्रौद्योगिकी के भविष्य पर अपने विचार साझा किए।
इस दो-दिवसीय कार्यक्रम में कीनोट सेशन, वर्कशॉप और प्रतियोगिताएँ आयोजित की गईं, जिनसे प्रतिभागियों में नवाचार, विश्लेषणात्मक सोच और समस्या-समाधान की क्षमताओं को बढ़ावा मिला। इन सत्रों ने छात्रों को उद्योग की नवीन प्रवृत्तियों से अवगत कराया और उन्हें समाज के हित में एआई आधारित समाधान विकसित करने के लिए प्रेरित किया।
इस अवसर पर डॉ. अजय कुमार श्रीवास्तव ने अकादमिक ज्ञान और वास्तविक दुनिया के डाटा अनुप्रयोगों के बीच सेतु निर्माण के महत्व पर बल दिया। वहीं डॉ. आदेश कुमार पांडे ने छात्रों की उत्साही भागीदारी की सराहना करते हुए सभी संकाय सदस्यों, समन्वयकों और छात्र आयोजकों का धन्यवाद व्यक्त किया।
कार्यक्रम के संयोजक रहे डॉ. अजय कुमार श्रीवास्तव, डीन (कंप्यूटर विज्ञान), तथा समन्वयक रहे, प्रो. आरती शर्मा और डॉ. आतिफ जमशेद, जिन्हें डॉ. आदेश कुमार पांडे, निदेशक (अकादमिक्स), का निरंतर मार्गदर्शन एवं सहयोग प्राप्त हुआ।
डेटावर्स 2025 ने वास्तव में संस्थान के मिशन “जीवन को सीखने से जोड़ना” की भावना को साकार किया — जिससे भविष्य के डेटा-संचालित नवाचारकों और नेताओं की नई पीढ़ी को प्रेरणा मिली।
