नोएडा- अंतरराष्ट्रीय विश्व मैत्री मंच की दिल्ली इकाई के तत्वावधान में नोएडा में आयोजित काव्य चौपाल में कवियों ने गीत, गजल और व्यंग्य पूर्ण रचनाओं से जमकर काव्य की रसधार बही।
संस्कृति और साहित्य के उत्थान को रहें सजग इस मौके पर रायपुर से पधारे वरिष्ठ साहित्यकार और व्यंग्यकार गिरीश पंकज ने कहा कि उन्हें इस बात की निश्चिंतता है कि वे अपनी संस्कृति को लेकर सजग हैं और साहित्य के उत्थान के लिए प्रयत्नशील हैं। उन्हें भरोसा है कि संस्कृति विलुप्त नहीं होगी। भोपाल से पधारीं और कार्यक्रम की मुख्य अतिथि विश्व मैत्री मंच की संस्थापक अध्यक्ष संतोष श्रीवास्तव ने ग़ज़ल से समां बांधते हुए संस्था की छहों शाखाओं की विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला।
कवयित्रियों ने बिखेरी गीतों से होली की बहार कवयित्री कामिनी मिश्रा की सरस्वती वन्दना से काव्य चौपाल की शुरुआत हुई। इंडिया नेटबुक्स प्रकाशन के डॉ संजीव कुमार ने बेहतरीन ग़ज़ल पढ़कर माहौल ख़ुशनुमा किया। काव्य चौपाल में कवयित्री डॉ भावना शुक्ल, संतोष बंसल, पुष्पा सिन्हा, डाॅ रानी श्रीवास्तव, डॉ शुभ्रा, वनिता शर्मा, कविता विकास, डॉ बबिता किरण, स्मिता श्रीवास्तव, प्रीता पवार, डाॅ उपासना दीक्षित, अर्चना पंड्या एवं वन्दना रानी दयाल ने विभिन्न विषयों पर कविता पाठ किया। आखिर में होली गीतों ने रंग बिखेर कर माहौल होलियाना कर दिया। वहीं ढोलक की थाप पर होली के गीत खूब जमे। डॉ. रानी श्रीवास्तव काव्य चौपाल का सरस संचालन करते हुए माहौल को जीवंत बनाए रखा। अंत में डॉ. मनोरमा ने धन्यवाद ज्ञापित कर कार्यक्रम का समापन किया।