विश्व हिंदी दिवस के शुभ अवसर पर वाराणसी में आयोजित एक भव्य समारोह में उत्तर प्रदेश की लक्ष्मी अग्रवाल को प्रान्ति इंडिया साहित्य सम्मान 2025 से सम्मानित किया जाएगा। इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम में पूरे भारतवर्ष से प्रख्यात साहित्यकार एवं हिंदी प्रेमी उपस्थित रहेंगे।
कार्यक्रम का आयोजन हिंदी भाषा के उत्थान और प्रचार-प्रसार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया गया है। इसमें हिंदी साहित्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले लगभग 116 साहित्यकारों को प्रान्ति इंडिया साहित्य सम्मान 2025 से सम्मानित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, पूरे भारत से प्राप्त हजारों प्रविष्टियों में से चयनित 51 पुस्तकों को प्रान्ति इंडिया पुरस्कार 2025 से नवाजा जाएगा।
लक्ष्मी अग्रवाल को यह सम्मान हिंदी साहित्य में उनके उल्लेखनीय योगदान और सतत प्रयासों तथा उनकी कृति 'अधूरा सफर' के लिए दिया जा रहा है। साहित्य और भाषा के क्षेत्र में उनका योगदान नई पीढ़ी को प्रेरित करने वाला है। पूर्व में भी लक्ष्मी अग्रवाल को कई प्रतिष्ठित मंचों द्वारा सम्मानित किया जा चुका है, साथ ही कई मंचों पर वे अपनी सशक्त उपस्थिति भी दर्ज करवा चुकी हैं। राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग की प्रतिष्ठित पत्रिका 'नई दिशाएँ' में भी उनकी रचनाएँ प्रकाशित हो चुकी हैं। आकाशवाणी दिल्ली पर भी उन्हें काव्य-पाठ करने का गौरव प्राप्त है।
कार्यक्रम में हिंदी भाषा के विकास, साहित्यिक दृष्टिकोण और इसके वैश्विक प्रभाव पर विचार-विमर्श भी किया जाएगा। यह समारोह न केवल हिंदी भाषा के प्रति समर्पण का उत्सव होगा, बल्कि इसे नई ऊंचाइयों पर ले जाने का संकल्प भी व्यक्त करेगा।