गाज़ियाबाद में आधिकारिक नोडल सेंटर के लिए चयनित किया गया, काईट ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस, स्मार्ट इंडिया हैकथॉन 2024 (हार्डवेयर संस्करण) के 7वें संस्करण के ग्रैंड फिनाले की मेजबानी कर रहा है। इस हैकथॉन में 11 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया है, जो कि विद्युत मंत्रालय द्वारा प्रदान किए गए छह महत्वपूर्ण प्रॉब्लम स्टेटमेंट्स पर काम कर रहे हैं। इन प्रॉब्लम स्टेटमेंट्स का उद्देश्य नवाचार को बढ़ावा देना और ऊर्जा क्षेत्र की कुछ ज्वलंत समस्याओं के लिए व्यावहारिक, तकनीकी समाधान खोजना है।
एक प्रमुख टीम, टेक टाइटन 5, नवीकरणीय/सतत ऊर्जा से संबंधित समस्या बिंदु पर काम कर रही है। उनका कार्य एक ऐसा अभिनव और कुशल ऊर्जा भंडारण प्रणाली (ईएसएस) डिज़ाइन करना है, जो अस्थिर नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों को ग्रिड के साथ जोड़ सके और ग्रिड को स्थिर बनाए रख सके। यह चुनौती कई प्रमुख समस्याओं का समाधान करने की मांग करती है, जैसे उच्च लागत, तकनीकी सीमाएं और विनियामक बाधाएं।
यह टीम ऐसे तरीकों की खोज कर रही है जो ईएसएस को व्यापक रूप से अपनाने के लिए नियामक ढांचे में सुधार और उसके अनुकूलन में मदद कर सकें। साथ ही, अपने प्रस्तावित समाधान के रूप में, टेक टाइटन 5 पारंपरिक रिकुपेरेटर्स को एक सैंड बैटरी से बदल रही है, जो ठंडी हवा की सीमाओं को दूर करती है। सैंड बैटरी ईंधन दहन की आवश्यकता को समाप्त करके कंप्रेस्ड एयर एनर्जी स्टोरेज (सीएईएस) की लागत को काफी हद तक कम कर देती है और एक अधिक टिकाऊ और किफायती विकल्प प्रदान करती है।
इसी तरह, एक अन्य टीम ‘तरंग’ ने ‘स्वच्छ और हरित प्रौद्योगिकी’ थीम पर काम करते हुए एक अभिनव समाधान विकसित किया है, जिसमें बालों के कचरे को पोषक तत्वों से भरपूर टिकाऊ तरल उर्वरक में बदलने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने अपने प्रोजेक्ट/समाधान का नाम ‘ईकोफर्ट ’ रखा है। टीम लीडर, फातिमा मुहसीना, ने बताया, “हमारे प्रोजेक्ट में दो बड़ी चुनौतियों का समाधान किया गया है - भारत में सालाना उत्पन्न होने वाले 60 टन बालों के कचरे का प्रबंधन और प्राकृतिक कृषि समाधानों की बढ़ती मांग को पूरा करना।”
स्मार्ट इंडिया हैकथॉन, जो भारत सरकार की एक पहल है, छात्रों के बीच नवाचार और समस्या-समाधान की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए एक प्रमुख मंच बन चुका है। इस कार्यक्रम में भाग लेकर छात्र न केवल वास्तविक समस्याओं पर काम करने का अवसर प्राप्त करते हैं, बल्कि तकनीकी प्रगति के माध्यम से राष्ट्र निर्माण में भी योगदान देते हैं। हैकथॉन के दौरान, सभी टीम्स अपने विचारों पर मंथन करेंगी, प्रोटोटाइप बनाएंगी और अपने अभिनव समाधानों को प्रस्तुत करेंगी। इन्हें उद्योग विशेषज्ञों और फैकल्टी सदस्यों द्वारा मेंटरशिप दी जा रही है। यह आयोजन भारत के विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिभागियों के बीच ज्ञान साझा करने और पार-सांस्कृतिक संपर्क का एक अनूठा अवसर भी प्रदान करता है। हैकथॉन का समापन प्रोटोटाइप और समाधानों के एक भव्य प्रदर्शन के साथ होगा, जिसमें सबसे प्रभावशाली विचारों को पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।