दिल्ली 22दिसम्बर:~अमृत से बढ़कर कथामृत महत्वपूर्ण होता है यह संदेश दिया स्वामी श्री राजेश्वरानंद जी महाराज ने अंग्रेजी नववर्ष का स्वागत सनातनी संस्कृति द्वारा संदर्भ में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा से पहले अनारकली गार्डन जगतपुरी श्री राजमाता जी मंदिर से निकाली गई कलश यात्रा में भक्तों को।
दरबार के प्रबंधक राम वोहरा ने बताया कि अंग्रेजी नववर्ष का स्वागत सनातनी ढंग से करने के उद्देश्य से स्वामी श्री राजेश्वरानंद जी महाराज के सान्निध्य में श्रीमद्भागवत कथा 23 दिसम्बर से 29 दिसंबर तक वृन्दावन से भागवत कथाकार सुश्री पूज्यता किशोरी जी द्वारा संगीतमय अमृत वर्षा से पहले कथास्थल श्री राजमाता जी मंदिर से रथ, बैंड-बाजे,ढोल, नपीरी- ताशे के साथ निकाली गई। जिसमे अनेक संतों ने भाग लिया जिसमें मुख्यत महामंडलेश्वर स्वामी मुक्तेश्वरानंद जी,ज्योति वाले गुरुजी,शिव शक्ति साधिका भैरवी देवी जी,किन्नर गुरु साध्वी ज्योति माता जी,महंत भूदेव शर्मा जी ने भक्तों को आशीर्वाद प्रदान किया। कलश यात्रा के रथ में कथाव्यास सुश्री पूज्यता किशोरी जी विराजमान रही जिनकी अगवानी करती महिलाओं के मस्तक पर अमृत रूपी जल से परिपूर्ण कलश तो दूसरी तरफ पुरुषों के सर पर बारी बारी श्रीमद्भागवत पुराण जी शोभायमान हो रहे थे।गुरु माता जी एवं स्वामी श्री राजेश्वरानंद जी महाराज सहित भक्तों का जगह जगह फूलमालाओं पुष्पवर्षा से स्थानीय लोगों ने स्वागत किया।
राम वोहरा ने बताया कि 23 से 28 दिसम्बर तक प्रतिदिन दोपहर ढाई से शाम 6बजे तक कथामृत वर्षा होगी।29 दिसंबर सुबह 9बजे यज्ञ पूर्णाहुति भंडारा आयोजन के साथ कथा सम्पन्न होगी।23 दिसम्बर शाम 5 से 6 बजे तक जापान से आए शिष्टमंडल द्वारा जल प्रदूषण से होने वाले नुकसान ओर बचाव पर जागरूकता कार्यक्रम प्रस्तुत किया जाएगा।परहित सरस धर्म नहीं विचारधारा से अभावग्रस्त बहनों को राशन सामग्री प्रसाद रूप में वितरित की जाएगी और कड़कड़ाती ठंड के मद्देनजर शॉल कम्बल वितरण किया जाएगा।
इस अवसर पर भक्तों को संबोधित करते हुए स्वामी श्री राजेश्वरानंद जी महाराज ने कहा कि "पाश्चात्य संस्कृति के अंग्रेजी नववर्ष का स्वागत शुद्ध सनातनी संस्कृति द्वारा करते हुए युवाओं को भोग से योग की ओर मार्गदर्शन हेतु अंग्रेजी नववर्ष से पूर्व सत्संग का आयोजन सेवा परमो धर्म के उद्देश से किया गया है।जिससे भारतीय युवाओं को नशे के झूठे मजे से बचाकर सेवा मार्ग के सच्चे मार्ग पर अग्रसर किया जा सके।कलश यात्रा के पीछे संदेश होता हैं कि संतों द्वारा किया गया सत्संग अमृत से बढ़कर महत्वपूर्ण सिद्ध होता हैं।
कलश यात्रा में समाज सेवी सुरेन्द्र भोला,निर्मल गुप्ता जी,मनोज जैन ने भाग लिया।
राम वोहरा 9278199582