विरेन्द्र सचदेवा
प्रधान भा० जा० पा०
दिल्ली
रामलीला महोत्सव के सातवे दिन की लीला द्वारा अनेक संदेश दिये गये | मदमस्त रावण ने भ्राता विभीषण को लात मारकर लंका से देश निकाला देकर रावण ने अपनी मौत को निमंत्रण दे दिया | भगवान राम ने कुटनीति के अनुसार विभीषण से मित्रता की तथा रामदल में “विभीषण को लंका का राजा घोषित किया” | भगवान राम द्वारा समुद्र से मार्ग देने के लिये प्रार्थना, समुद्र की प्रार्थना पर नल – नील द्वारा राम सेतु का निर्माण, महाज्ञानी रावण द्वारा आचार्य की भूमिका निभाना, श्री राम द्वारा शिव लिंग (वर्तमान मे रामेश्वर धाम) की स्थापना, बाली सुपुत्र रामादल के सेना नायक अंगद जी द्वारा शांति प्रस्ताव लेकर लंका जाना, रावण – अंगद संवाद, रामादल व रक्षस दल में युद्ध आरंभ, लक्ष्मण – मेघनाथ युद्ध, मेघनाथ द्वारा लक्ष्मण पर अमोछ शक्ति का प्रयोग, लक्ष्मण मूर्छित, लंका के राजकीय चिकित्सक वेदराज को आमंत्रण, लंका के चिकित्सक के कर्तव्य का पालन करना, हनुमान जी द्वारा संजीवनी बूटी के लिये पर्वत माला को लाना | लीला में लक्ष्मण जी की मूर्छित के स्थिती में श्री रामा द्वारा विलाप ने दर्शको की आखो में आशु धारा बह निकली | भगवान राम के कलाकार मानव रचना इंटरनेशल स्कूल के संगीत अध्यापक अंतराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त (UNE SCO, Paris) श्री संदीप सालारिया ने अपने अभिनय से अनेक मातृशक्ति को रोते हुऐ देखा |
लीला के दर्शनार्थ भा० जा० पा० दिल्ली श्री विरेन्द्र सचदेवा, भा० जा० पा० जिला अध्यक्ष श्री संजय गोयल, प्रदेश मंत्री श्री विजेंद्र बेछीती सहित पधारे | श्री विरेन्द्र सचदेवा ने भगवान श्री राम श्री लक्ष्मण की पुजा की तथा जनता को संबोधित करते हुऐ कहाँ की में वर्षो से इस रामलीला में आता रहा हूँ आज बड़ी संख्या में मातृशक्ति बच्चो की उपस्थित हैं | रामलीला हमारे धर्म संस्कृति, परम्परा, के गुणों को आत्मपात कर घर ले जायेगे | देश के लोकप्रिय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने जो संक्लप लिया हैं उसे यही पीढी आगे लेकर जायेगे श्री सचदेवा ने लीला के प्रधान श्री सुरेश बिंदल व लीला कमेटी सभी पदाधिकारीयों व सदस्यों को श्रेष्ठ आयोजन की बधाई दी |