आज़ दिनांक 18 जुलाई 2024 को दिल्ली हैल्थ केयर कोआपरेटिव सोसायटी लि के तत्वावधान में विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस पर एक ओनलाइन वेबीनार कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ डॉ एम पी एस दांगी जी पूर्व उप शिक्षा निदेशक दिल्ली सरकार द्वारा किया गया। अपने सम्बोधन में डॉ रवि अम्बिष्ट अध्यक्ष दिल्ली सरकार कर्मचारी टी सी सोसायटी लि ने कंजर्वेशन एवं प्रीजर्वेशन में अंतर स्पष्ट करते हुए बताया कि मनुष्य एक सामाजिक प्राणी के साथ साथ प्राकृतिक प्राणी है अर्थात प्रकृति के संरक्षण के बिना हमारा आस्तित्व ख़तरे में है। दिल्ली हैल्थ केयर कोआपरेटिव सोसायटी लि के अध्यक्ष श्री गजेन्द्र पाल सिंह सारन ने अपने सम्बोधन में बताया कि प्रकृति संरक्षण के लिए हमें नियमित रूप से वृक्षारोपण करते रहना चाहिए क्योंकि अपने स्वार्थ के लिए वृक्षों की अंधाधुंध कटाई करने से हमारे पर्यावरण में प्रदूषण बढता जाता है तथा निरंतर बढ़ती जनसंख्या, रोजगार हेतु स्थापित किए जा रहे उद्योग, उनके लिए आवश्यक यातायात के साधन प्रकृति का निरन्तर दोहन कर रहे हैं। पूर्व विग्यान अध्यापक श्री देवेन्द्र पाल सिंह दलाल जी बताया कि आज विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस के साथ साथ विश्व हैपेटाईटिस दिवस भी है अतः प्रकृति संरक्षण के लिए चर्चा करने के साथ साथ हमें अपने लीवर को स्वस्थ रखना बहुत जरूरी है। हमारे लीवर के संक्रमित हो जाने से पहले हमें पीलिया हो जाता है, पेशाब पीला आने लगता है, अचानक वजन घटने लगता है,भूख लगनी बंद हो जाती है। हैपेटाईटिस के टीके लगवा कर इस भयावह बीमारी से बचा जा सकता है। प्राकृतिक चिकित्सक डॉ नीतू जैन जी ने अपने सम्बोधन में अधिक से अधिक पेड़ लगाने की वकालत की। उन्होंने बताया कि एक बड़ा पेड़ एक वर्ष में 20 किलो धूल सोखता है। 20 टन कार्बन डाइऑक्साइड सोखता है तथा 700 किलोग्राम आक्सीजन का उत्सृजन करता है। बड़ी भारी मात्रा में पारे,लैड जैसे अत्यंत जहरीले पदार्थों को सोखता है। पेड़ के नीचे औसतन चार से पांच डिग्री सेल्सियस तापमान कम रहता है।
कार्यक्रम की समाप्ति से पूर्व डॉ एम पी एस दांगी जी ने बताया कि आज विश्व पेरेंट्स डे हमें संतान के लिए माता अर्थात प्रकृति माता की याद दिलाता है।कार्यक्रम के आयोजन के लिए दिल्ली हैल्थ केयर कोआपरेटिव सोसायटी लि को बधाई दी तथा सभी प्रतिभागियों का आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम समाप्ति की घोषणा की। गजेन्द्र पाल सिंह सारन।