जिला प्रशासन शाहदरा की 'DM- SETU' - "Service Enhancement and Transformation Unit" शाहदरा पहल के तहत, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार; कार्यालय अपर महानिदेशक विदेशी व्यापार (सी.एल.ए.), दिल्ली; तथा जिला प्रशासन शाहदरा के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम “Gateway to Growth: Harnessing Export Opportunities in Shahdara” आज GGSIPU (ईस्ट कैंपस) के सभागार में सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ।
इस आयोजन में वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों, उद्योग विशेषज्ञों, वित्तीय संस्थानों, स्वयं सहायता समूहों (SHGs) तथा स्थानीय हितधारकों ने भाग लेकर शाहदरा के स्थानीय संसाधनों और निर्यात क्षमता को सुदृढ़ करने की रणनीतियों पर विचार-विमर्श किया।
कार्यक्रम में निम्नलिखित विशिष्ट अतिथियों ने विषय-आधारित सत्रों का नेतृत्व किया:
1. स्थानीय क्षमता:
श्री शैलेंद्र सिंह परिहार, IAS, जिलाधिकारी शाहदरा, ने जिला-स्तरीय निर्यात विकास योजना के अंतर्गत शाहदरा की विशिष्ट स्थानीय शक्तियों एवं अप्रयुक्त निर्यात अवसरों पर प्रकाश डाला।
2. इंडिया–यूके CETA अंतर्दृष्टि:
श्रीमती वृंदा मनोहर देसाई, अतिरिक्त महानिदेशक, RA दिल्ली, ने भारत–यूके व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (CETA) के अंतर्गत उपलब्ध अवसरों और निर्यात वृद्धि की संभावनाओं पर विस्तृत जानकारी दी।
3. समन्वित प्रोत्साहन:
श्री नीरज सेमवाल, IAS, सचिव (राजस्व)-cum-मंडलायुक्त, GNCTD, ने निर्यात संवर्धन को गति देने के लिए विभिन्न सरकारी संस्थाओं के बीच बेहतर संस्थागत समन्वय की आवश्यकता पर बल दिया।
4. कस्टम सुगमता:
श्री संजीत कुमार, IRS, संयुक्त आयुक्त, कस्टम (ICD पाटपड़गंज), ने निर्यात प्रक्रियाओं को सरल और सुगम बनाने हेतु कस्टम विभाग द्वारा उठाए गए प्रमुख कदमों पर जानकारी दी।
5. टेक्सटाइल फोकस:
डॉ. सौरभ कुमार, महाप्रबंधक, AEPC, ने शाहदरा क्षेत्र से परिधान एवं वस्त्र निर्यात को बढ़ावा देने हेतु क्षेत्र-विशिष्ट रणनीतियाँ साझा कीं।
6. MSME के लिए वैश्विक अवसर:
श्रीमती मनीषा झा, उप निदेशक, FIEO, ने MSME इकाइयों के वैश्विक बाज़ार में विस्तार के मार्गों पर चर्चा की।
7. वित्तीय एवं ऋण सहायता:
श्री सार्थक मलक्कड़, मुख्य प्रबंधक, बैंक ऑफ बड़ौदा (लीड बैंक, शाहदरा), ने निर्यात ऋण, वित्तीय सहायता योजनाओं और बैंकिंग समर्थन पर जानकारी दी।
विभिन्न बैंकों के प्रतिनिधियों ने भी निर्यात-संबंधी वित्तीय सेवाओं पर मार्गदर्शन प्रदान किया।
8. जोखिम प्रबंधन:
श्री अमित कुमार, सहायक महाप्रबंधक, ECGC, ने निर्यात बीमा एवं जोखिम न्यूनीकरण की आवश्यक प्रक्रियाओं पर महत्वपूर्ण जानकारी दी।
9. लॉजिस्टिक्स समाधान:
श्री शांतनु गुप्ता, बिज़नेस डेवलपमेंट मैनेजर, DHL एक्सप्रेस, ने बताया कि कुशल लॉजिस्टिक्स किस प्रकार निर्यात प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ा सकता है।
कार्यक्रम के अंत में प्रश्नोत्तर सत्र आयोजित किया गया, जिसके पश्चात श्री राजीव रंजन, ADM शाहदरा, ने निर्यातकों एवं MSMEs के लिए एक समेकित एवं क्रियाशील रोडमैप प्रस्तुत किया।
यह कार्यक्रम—वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय, जिला प्रशासन शाहदरा, GGSIPU, बैंक ऑफ बड़ौदा (लीड बैंक, शाहदरा), विभिन्न बैंकों और अन्य साझेदार संस्थाओं—के संयुक्त सहयोग से आयोजित किया गया, जिसमें लगभग 400 व्यापारियों, उद्योगपतियों, उद्यमियों एवं SHG सदस्यों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम का उद्देश्य जिला स्तर पर आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करना तथा स्थानीय व्यवसायों को उभरते अंतरराष्ट्रीय व्यापार अवसरों से जोड़ना था।
प्रतिभागियों ने जिला प्रशासन शाहदरा के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कार्यशालाएँ निर्यात प्रक्रियाओं की समझ को मजबूत करती हैं और उन्हें विशेषकर यूके जैसे वैश्विक बाज़ारों में अपनी भागीदारी बढ़ाने के लिए प्रेरित करती हैं।
