काईट ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस, गाजियाबाद ने 31 अक्टूबर 2025 को एसएई इंडिया नॉर्दर्न सेक्शन के सहयोग से “एक सतत भविष्य के लिए इंजीनियरिंग कौशल: विकसित भारत – 2047 की ओर डिजाइन और विकास” विषय पर एक राष्ट्रीय सम्मेलन – सिनर्जी 2025 का उद्घाटन और मेजबानी की।
इस कार्यक्रम का आयोजन संसथान के इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट ने किया था। इस इवेंट में इंडस्ट्री के जाने-माने लीडर्स, इनोवेटर्स, एकेडेमिक्स और भारत के अलग-अलग राज्यों के 25 इंस्टीट्यूट्स के प्रतिभागियों ने भाग लिया। इस कॉन्क्लेव का मकसद एकेडेमिया-इंडस्ट्री इंटरफेस को मज़बूत करना और सस्टेनेबल इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजिकल इनोवेशन के ज़रिए विकसित भारत 2047 की ओर भारत के सफ़र को तेज़ करना था।
उद्घाटन सत्र में श्री अतुल गर्ग जी (अध्यक्ष, गवर्निंग बोर्ड काईट और टीबीआई-काईट, एवं संसद सदस्य, गाजियाबाद), श्री सरिश अग्रवाल जी (अध्यक्ष - काईट), डॉ. मनोज गोयल (कार्यकारी निदेशक), और डॉ. आदेश पांडे (निदेशक शैक्षणिक) की उपस्थिति रही, साथ ही मुख्य अतिथि श्री गौरव बावा (वरिष्ठ उपाध्यक्ष, इंडिया ग्रुप, वीका ग्रुप) और मुख्य अतिथिगण, अर्थात श्री प्रणय गर्ग (प्रबंध निदेशक, एडवांस वाल्व), श्री कुलदीप त्यागी (संस्थापक और सीईओ, सराका सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड), श्री आई.वी. राव (प्रतिष्ठित फेलो, द एनर्जी एंड रिसोर्स इंस्टीट्यूट) और श्री यू.डी. भंगाले (कार्यकारी निदेशक, एसएई इंडिया नॉर्दर्न सेक्शन) भी उपस्थित थे।
उद्घाटन की शुरुआत मैकेनिकल इंजीनियरिंग के डीन डॉ. आशीष कर्णवाल द्वारा सभी गणमान्य व्यक्तियों के स्वागत से हुई। ऑडियंस को इवेंट के बारे में बताते हुए उन्होंने बताया, “सिनर्जी 2025 एकेडमिक लर्निंग को रियल-वर्ल्ड इनोवेशन से जोड़ने का एक प्लेटफॉर्म है, जिससे ऐसा माहौल बनता है जहाँ स्टूडेंट्स और प्रोफेशनल्स सस्टेनेबल टेक्नोलॉजिकल सॉल्यूशन के लिए मिलकर काम करते हैं।”
डॉ. आदेश कुमार पांडे, डायरेक्टर (एकेडमिक्स) ने कहा, “सिनर्जी 2025 इंडस्ट्री के लिए तैयार इंजीनियरों को तैयार करने के महत्व को दिखाता है, जो भारत को एक सस्टेनेबल और टेक्नोलॉजिकली एडवांस्ड भविष्य की ओर ले जा सकते हैं। काईट, एक ऑटोनॉमस इंस्टीट्यूशन के तौर पर, एकेडेमिया और इंडस्ट्री के बीच के गैप को कम करने के लिए कई पहल कर चुका है। हमने अपने करिकुलम को लर्नर-सेंट्रिक से स्किल-सेंट्रिक में बदल दिया है, हमने टाटा पॉवर, एनएसडीसी जैसी अलग-अलग इंडस्ट्रीज़ के साथ मिलकर कई इलेक्टिव्स शुरू किए हैं। ये इलेक्टिव्स इंडस्ट्री के प्रोफेशनल्स, एडजंक्ट फैकल्टी और प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस के रूप में देते हैं। संस्थान में होने वाले 30% एग्जाम एक्टिविटी-बेस्ड होते हैं ताकि स्टूडेंट्स को होलिस्टिक लर्निंग एक्सपीरियंस मिल सके।”
सम्माननीय अतिथि, श्री यू.डी. भंगाले (कार्यकारी निदेशक, एसएई इंडिया नॉर्दर्न सेक्शन) ने अपने संबोधन में शैक्षणिक संस्थानों और उद्योगों के बीच सहयोग की बढ़ती आवश्यकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने छात्रों से तेजी से बदलते औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र में प्रासंगिक बने रहने के लिए "बहु-विषयक शिक्षा और डिजाइन सोच पर ध्यान केंद्रित करने" का आग्रह किया।
कॉन्क्लेव में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद वीका ग्रुप के इंडिया ग्रुप के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री गौरव बावा ने छात्रों को संबोधित किया और कहा, "दुनिया को सिर्फ स्मार्ट इंजीनियरों की जरूरत नहीं है, बल्कि सहानुभूतिपूर्ण नेताओं की भी जरूरत है, जो जुड़ सकें, सहयोग कर सकें और निर्माण कर सकें। इसलिए, जब आप उद्योग में कदम रखते हैं, तो याद रखें कि नेतृत्व करने से पहले हमें सुनने की जरूरत है, प्रतिस्पर्धा शुरू करने से पहले हमें सहयोग करने की जरूरत है, लेकिन उन सपनों को साकार करने के लिए मिलकर काम करें। उन्होंने आगे कहा, "हमें वीका में आपकी मेजबानी करने और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने में खुशी होगी। इसके अलावा, हम यहां इंस्ट्रूमेंटेशन के लिए एक केंद्र स्थापित करने के लिए तत्पर हैं, जिससे काईट के साथ हमारा सहयोग जारी रहेगा।"
काईट के गवर्निंग बोर्ड के चेयरमैन और गाजियाबाद के सांसद, माननीय श्री अतुल गर्ग जी ने इस कॉन्क्लेव के आयोजन हेतु आयोजन समिति की सराहना की। उन्होंने कहा, “सिनर्जी 2025, विकसित भारत 2047 की सच्ची भावना को दिखाता है।” उन्होंने बताया कि युवाओं के लिए इंडस्ट्री के साथ मिलकर पढ़ाई करना और काम करना बहुत ज़रूरी है, क्योंकि जब एकेडेमिया, इंडस्ट्री और पॉलिसी मिलकर काम करते हैं, तो भारत की ग्रोथ को कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने स्टूडेंट्स को कई सोर्स से जानकारी लेने और मल्टीडिसिप्लिनरी एकेडमिक डिसिप्लिन में शामिल होने के लिए भी मोटिवेट किया।
उद्घाटन सेशन का अंत डॉ. विभव कुमार सचान (डीन इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग) के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिन्होंने सभी गणमान्य लोगों, प्रतिभागियों और ऑर्गनाइज़िंग मेंबर्स को उनके योगदान के लिए दिल से धन्यवाद दिया। उद्घाटन समारोह के आखिर में राष्ट्रगान हुआ, जिसने बाद के टेक्निकल सेशन और पैनल डिस्कशन के लिए एक प्रेरणा देने वाला माहौल तैयार किया।
कार्यक्रम में डॉ. नीरज गुप्ता (डीन इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग), डॉ. बिन्की श्रीवास्तव (डीन काईट स्कूल ऑफ़ मैनेजमेंट), डॉ. अनुराग गुप्ता (डीन छात्र कल्याण), डॉ. विनय अहलावत (एसोसिएट डायरेक्टर - ऑनलाइन और टेक्नोलॉजी एजुकेशन) संग इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के सभी छात्र एवं संकाय सदस्य कार्यक्रम में मौजूद थे।
