इंद्रप्रस्थ में चल रहे श्रीरामलीला महोत्सव 2025 का दूसरा दिवस आज पूर्ण श्रद्धा, उत्साह और गरिमा के साथ मनाया गया। इस
अवसर पर क्षेत्र की 42 प्रमुख सामाजिक संस्थाओं (NGOs) के अध्यक्षगण उपस्थित रहे। सभी गणमान्य
अतिथियों का श्रीरामलीला कमेटी, इंद्रप्रस्थ द्वारा अंगवस्त्र, पुष्पमाला एवं उपहार के साथ ससम्मान स्वागत किया गया। सभी
ने अत्यंत श्रद्धा भाव से रामलीला का आनंद लिया।
इस शुभ अवसर के मुख्य अतिथि के रूप में भारत के सर्वोच्च न्यायालय के माननीय
न्यायमूर्ति श्री पंकज मिथल जी, सपरिवार
लीला दर्शन हेतु पधारे । उन्होंने समस्त देशवासियों को नवरात्रों की शुभकामनाएं दीं और अपने उद्बोधन में कहा कि —
“हमें भगवान श्रीराम द्वारा स्थापित मर्यादा
एवं आदर्शों का अनुसरण करना चाहिए। श्रीराम का जीवन
सत्य, धर्म और कर्तव्य का प्रतीक है, जो आज भी हमें सही मार्ग पर चलने की
प्रेरणा देता है।”
आज की लीला के प्रमुख मंचन:
1. शिव–पार्वती और रावण वेदवती संवाद:
लीला की शुरुआत में रावण द्वारा कैलाश पर्वत पर भगवान शिव
की तपस्या का दृश्य प्रस्तुत किया गया। जंहा
महादेव ने माँ पार्वती को राम कथा सुना रहे थे रावण की महत्त्वाकांक्षा और अहंकार को दिखाया
गया |
2. हनुमान जन्म कथा: (विशेष प्रसंग)
भक्त शिरोमणि हनुमान जी के जन्म की कथा का मंचन हुआ। माता अंजना की तपस्या, पवनदेव की कृपा, और बाल हनुमान के अवतरण की कथा ने
दर्शकों के मन को श्रद्धा से भर दिया।
3. इन्द्रासन की जगह मांग गये निन्द्रासन
रावण, कुंभकर्ण और विभीषण की घोर तपस्या से ब्रह्मा जी प्रसन्न हुए।तथा तीनो भाईयो को वरदान दिया |
- विभीषण को धर्म पालन का वरदान मिला।
- रावण को अजेयता प्राप्त हुई।
- कुंभकर्ण, जो इन्द्रासन (इन्द्र का सिंहासन) मांग रहा था, कुंभकर्ण के मुख से निद्रासन (नींद का वरदान) निकल गया। प्रार्थना परनतीजतन, कुंभकर्ण को यह वरदान मिला कि वह 6 महीने जागेगा और 6 महीने सोएगा।
4. राक्षसों के अत्याचार:
लीला में दर्शाया गया कि रावण के आदेश पर
राक्षसों ने ब्राह्मणों, सनातन अनुयायियों, ऋषि मुनियों और
देवताओं पर अत्याचार प्रारंभ
कर दिए। त्रिलोक में हाहाकार मच गया।
5. भगवान
विष्णु से प्रार्थना और राम अवतार का आश्वासन:
इस दिव्य आयोजन में उपस्थित श्रद्धालुओं ने
भाव-विभोर होकर भगवान की लीलाओं का रसास्वादन किया।
श्रीरामलीला कमेटी, इंद्रप्रस्थ ने सभी सामाजिक संस्थाओं, विशेष अतिथियों एवं श्रद्धालुजनों का
हृदय से धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस अवसर पर लीला के चैयरमैन दलीप बिंदल, संजय गुप्ता, मितिन गर्ग, रवि अग्रवाल, तरुण गुप्ता, विकास बंसल, सतेन्द्र अग्रवाल, आर०के० अग्रवाल विशेष रूप से उपस्थित थे |
जय श्रीराम।
प्रेषक – सुरेश बिंदल – 9811982229
