गाजियाबाद। वसुंधरा स्थित मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के शिक्षा विभाग की “कार्य और शिल्प शिक्षा के शैक्षणिक मूल्य“ विषय पर आयोजित तीन दिवसीय कार्यशाला में पिडिलाइट इंडस्ट्रीज की प्रशिक्षण विशेषज्ञ स्वाति ने विद्यार्थियों को शिक्षण-अधिगम प्रक्रियाओं को बेहतर बनाने के अनेक महत्वपूर्ण टिप्स दिये। विशेष रूप से डिज़ाइन की गई रचनात्मक और सार्थक शिल्प आधारित गतिविधियों के माध्यम से उनका मार्गदर्शन प्रदान किया। कार्यशाला के दौरान विद्यार्थियों ने तीन प्रमुख कला परी गृह, लिप्पोन कला और पाउच पेंटिंग परियोजनाएँ बनाईं। संवादात्मक और व्यावहारिक सत्रों ने छात्र-शिक्षकों को प्रत्यक्ष रूप से यह अनुभव करने का अवसर दिया कि शिल्प कैसे एक शक्तिशाली शैक्षणिक उपकरण हो सकता है। मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस की निदेशक डॉ. अलका अग्रवाल के निर्देशन में कार्यशाला आयोजित हुई। विभागाध्यक्ष डॉ. गीता रानी ने कार्यशाला में प्रभावशाली प्रशिक्षण और छात्रों की उत्साहपूर्ण भागीदारी की सराहना की।