ऐतिहासिक देहदान उत्सव श्री राजमाता जी मंदिर में सम्पन्न
August 25, 2025
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दिल्ली, 21अगस्त को आत्मा निकलने के बाद शरीर को जला दिया जाएगा इससे बेहतर है वह किसी को जीवनदान दें, इससे बड़ा पुण्यलाभ क्या हो सकता है इन विचारों के साथ स्वामी श्री राजेश्वरानंद जी महाराज एवं गुरुमां द्वारा अलौकिक देहदान संकल्प उत्सव गोरख पार्क शाहदरा स्थित श्री राजमाता झंडेवाला मंदिर में दिव्य भव्य ओर नव्य विचारों एवं प्रेरणा देते हुए मनाया गया। सदगुरु राजदरबार के प्रबंधक राम वोहरा ने बताया कि स्वामी श्री राजेश्वरानंद जी महाराज के पिताजी की पुण्य तिथि के अवसर पर श्री राजमाता झंडेवाला मंदिर में अलौकिक देहदान संकल्प उत्सव में सर्वप्रथम बाल कलाकार मिश्रा बंधु द्वारा भजन गायन एवं उपस्थित 61 देहदानियों द्वारा सामूहिक गायत्री मंत्र जप के बाद दधीचि देहदान समिति एवं विश्व हिंदू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री आलोक कुमार, स्वामी श्री राजेश्वरानंद जी महाराज, गुरु माताजी, स्वामी श्रीनिवासन तंबूरान, डॉ शेफाली मदान, डीसीपी संदीप लांबा द्वारा दीप प्रज्वलित करने के साथ ही अनुष्ठान की शुरुआत हुई। स्वामी श्री राजेश्वरानंद महाराज एवं दधीचि देहदान समिति के उत्तर पूर्वी जिलाध्यक्ष अशोक बंसल द्वारा रुद्राक्ष की माला, शक्ति स्वरूपा मां की चुनरी ओढ़ाकर तुलसी के पौधे के साथ आलोक कुमार का अभिनन्दन किया गया। दधीचि देहदान समिति एवं श्री राजमाता झंडेवाला मंदिर के सदस्यों द्वारा केंद्रीय मंत्री हर्ष मल्होत्रा, डीसीपी संदीप लांबा, पूर्व नगर निगम उपायुक्त अमित शर्मा, केरल से संत श्रीनिवासन तंबूरान एवं आर्मी कॉलेज से डॉ शेफाली मदान का स्वागत किया गया। प्रसिद्ध समाज सेवी राजकुमार उप्रेती, स्वामी श्रीनिवासन तंबूरान एवं शिष्यों द्वारा फूलमाला, शॉल ओढ़ाकर स्वामी श्री राजेश्वरानंद जी महाराज एवं गुरुमां जी का स्वागत किया गया।इस अवसर पर भक्तों को संबोधित करते हुए स्वामी राजेश्वरानंद जी महाराज ने कहा कि आत्मा को काट नही सकता, जला नहीं सकता लेकिन शरीर को कोई बचा नहीं सकता, तो आत्मा परमात्मा में रत हो लेकिन शरीर को मृत्यु पश्चात परमार्थ हेतु दान करने से बड़ा कोई पुण्य कार्य नहीं हो सकता। विश्व हिंदू परिषद अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री आलोक कुमार ने कहा कि "स्वामी राजेश्वरानंद जी द्वारा यह संकल्प नई दिशा प्रदान करेगा। देहदान भी अंत्येष्टि का ही एक रूप है जिससे मृत्यु पश्चात भी संपूर्ण मानव जाति का भला होता हैं। सभी देहदानियो को नमन। केंद्रीय मंत्री हर्ष मल्होत्रा ने कहा "डॉक्टर्स रिसर्च हेतु देहदान अति महत्वपूर्ण भूमिका निभाता हैं जिससे नए नए रोगों से बचाव एवं उपचार में नित नए आयाम स्थापित किए जा सकते है। संत श्रीनिवासन तंबूरान जो कि मतांतरण के बाद भ्रमित लोगों की घर वापसी कर उन्हें व्यवसाय के सहयोग एवं लव जिहाद से बचाव हेतु कार्यरत है उनके द्वारा उद्बोधन में कहा गया कि "युवाओं की ऐसी मुहिम में सेवा हेतु बढ़चढ़ कर आगे आना चाहिए।आर्मी कॉलेज एंड मेडिकल साइंस की विभागाध्यक्ष डॉ शेफाली मदान ने देहदान से भविष्य में होने वाले फायदों को बताया गया। स्वामी राजेश्वरानंद जी महाराज द्वारा वर्षों से संकल्पित देहदान को मूर्त रूप देने में दधीचि देहदान समिति उत्तर पूर्वी दिल्ली अशोक बंसल, अमित गर्ग, सुधीर गुप्ता, विश्वास शुक्ल की महत्वपूर्ण भूमिका रही। स्वामी राजेश्वरानंद जी के अनेक प्रेमियों द्वारा नेत्रदान, अंगदान, देहदान संकल्प अनवरत चलता रहेगा। दिल्ली के अनेक राजनेताओं, पत्रकारों, पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति रही। निगम पार्षद रितेश सूजी, रीना माहेश्वरी, डॉ मोंगा, महेश पंत, विशाल चढ्ढा की विशेष उपस्थिति में सुधीर गुप्ता, अशोक बंसल, विश्वास शुक्ल, अमित गर्ग, दीपक सहगल, राजकुमार उप्रेती, अक्षय अरनेजा का विशेष सहयोग प्राप्त हुआ।