दिल्ली विकास मिश्र
दिल्ली यूनिवर्सिटी एवम कॉलेज कर्मचारी यूनियन अपनी जायज मांगो को लेकर यूनिवर्सिटी के गेट न 4 पर लगातार संघर्ष कर रही है। क्योंकि यूनिवर्सिटी प्रशासन आए दिन नए नए तानाशाही पूर्ण फरमान जारी कर रहा है।यूनिवर्सिटी ने कालेजों में कार्यरत कर्मचारियों और शिक्षकों को डब्लू यू एस हेल्थ सेंटर की मेंबरशिप खत्म कर कॉलेजों को दिशा निर्देश जारी किए गए है ।दिल्ली विश्वविद्यालय कर्मचारी यूनियन संघ के अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि आप कर्मचारी और शिक्षकों का जो भी चंदा आप काटते हो उसे कॉलेज में रखा जाय। जबकि जब से यह हेल्थ सेंटर बना है तब ही से कर्मचारी और शिक्षक इसके सदस्य रहे है। हेल्थ सेंटर का सदस्य बनना जरूरी प्रावधान
होता था।यूनिवर्सिटी में हेल्थ सेंटर की तीन शाखाएं नॉर्थ कैंपस,साउथ कैंपस और शिवाजी कॉलेज में चल रही है।कॉलेज में हेल्थ सेंटर हैं और कॉलेज का कर्मचारी और शिक्षक दवाई नहीं ले सकता इससे दुखद क्या हो सकता है।इसके अलावा यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में कार्यरत कर्मचारियों के भर्ती नियम यूनिवर्सिटी प्रशासन अपनी इच्छा अनुसार कार्यकारी परिषद में अभी तक बदलता रहा है।भर्ती नियमों में 2008,2013,2015,2020,2024 में अपनी मर्जी से संशोधन किए गए हैं।हद तो तब हुई जब 29/05/25 को
विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने बिना कार्यकारी परिषद की मंजूरी के एक नया भर्ती नियम जारी कर विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट पर डाल दिया है।बेवसाइट पर डालने के महज एक दिन बाद श्री अरविंदो कॉलेज सांध्य के प्रशासन ने इसी नए भर्ती नियम से भर्ती विज्ञापन निकाल दिया।जो कि आपसी मिलीभगत और तानाशाही की इंतिहा है।नया भर्ती नियम अगर यूनिवर्सिटी बनाती है तो उसके हिसाब से कॉलेज को पहले रोस्टर पास करवाना होता है और उसके बाद विज्ञापन भी यूनिवर्सिटी से पास करवाना होता जो कम से कम दो माह का समय लगता हैं।अभी 12/07/2025 की कार्यकारी परिषद की बैठक में नई शिक्षा पद्धति के तहत कॉलेजों को 12 घंटे खोलने का आदेश यूनिवर्सिटी प्रशासन ने जारी कर दिया। यूनिवर्सिटी एवम कॉलेज आज भी वर्षों पुराना स्टाफिंग पैटर्न कर्मचारी के लिए अपनाए हुए है।आज यूनिवर्सिटी और कॉलेज में कर्मचारियों की भारी कमी है। और कर्मचारी भारी काम के बोझ से जूझ रहे है। यूनिवर्सिटी अभी तक लगभग 5000 शिक्षक भर्ती कर चुका है।और नई शिक्षा पद्धति के हिसाब से हर कॉलेज ने अतिथि शिक्षक भर्ती रहा है।और कर्मचारी के साथ सौतेला व्यवहार हो रहा है।ऐसा आदेश जारी करना तक और तानाशाही का प्रमाण है।यह बात DUCKU देश के माननीय शिक्षा मंत्री जी को 31/07/25 को उनके साथ बैठक कर लिखित में अवगत करा चुका है। दिल्ली विश्वविद्यालय कर्मचारी यूनियन संघ के अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा जी और महासचिव रविन्द्र पांडे जी ने यूनिवर्सिटी प्रशासन के इन फरमानों का विरोध के संबंध में यूनिवर्सिटी प्रशासन के इस अड़ियल,असंवैधानिक,घोर लापरवाही पूर्ण रवैया के खिलाफ दिनांक 04/08/25 को यूनिवर्सिटी के गेट न 4 पर जबरदस्त धरना प्रदर्शन किया जाएगा।और नॉर्थ कैंपस में रैली भी निकाली जाएगी।