दिल्ली 13जनवरी:~लोग भगवान को सर्दी से बचाते रहे और इंसान सड़क पर मर गया यह संदेश दिया श्री राजमाता झंडेवाला मंदिर समूह के परमाध्यक्ष स्वामी श्री राजेश्वरानंद जी महाराज ने कड़कड़ाती हाड़ कंपाती सर्द रात में सड़को पर बेघर बेसहारा लोगों को कम्बल, शॉल, गर्म कपड़े ओढ़ते हुए।
सदगुरु राजदरबार के प्रबंधक राम वोहरा ने बताया कि कड़कड़ाती ठंडी रात में जब लोग अपने कमरों में हीटर लगाए कम्बल ओढ़ने के बावजूद भी कंपकंपा रहे होते हैं ऐसे में गाड़ियों का काफिला ओर शिष्यों का समूह लेकर एक फकीर स्वामी राजेश्वरानंद जी महाराज सड़को पर बेघर बेसहारा लोगों की जान बचाने की खातिर अपनी उम्र ओर रोगों को दरकिनार कर सेवारत हुए सुनसान सड़कों पर ठिठुरते बेसहारा लोगों को कम्बल,शॉल,गर्म कपड़े ओढ़ाकर साथ में चाय बिस्कुट देकर उनके प्राणों की रक्षा करते दिखाई देते हैं।गोरख पार्क शाहदरा स्थित श्री राजमाता झंडेवाला मंदिर से गाड़ियों का काफिला जी टी रोड,दयानंद हॉस्पिटल, गुरुतेग बहादुर हॉस्पिटल,सीलमपुर,शास्त्री पार्क,निगमबोध घाट,यमुना बाजार,कौड़ियां पुल,दरियागंज,अजमेरी गेट, कश्मीरी गेट के क्षेत्रों में अनजान जगहों पर एक एक मजदूर,मजबूर,मजलूम लोगो को राहत देते हुए आगे बढ़ते चले।
हाड़ कंपाती सर्द रात में सड़को पर सेवारत स्वामी श्री राजेश्वरानंद जी महाराज ने कहा कि "बहुत हैरान होता हूं जब सड़क किनारे मजारों एवं आलीशान मंदिर में पत्थर की मूर्तियों को सर्दी से बचाने के लिए शॉल गर्म कपड़े ओढ़े देखकर कि वाह प्रभु कड़कड़ाती ठंड में गर्म कपड़े ओढ़ाकर मजारों और भगवान की सर्दी से रक्षा की जा रही है दूसरी तरफ इंसानियत कंपकंपा कर दम तोड़कर मर जाती हैं।मजारों मूर्तियों को चादर चढ़ाओ लेकिन मजबूर मजदूर मजलूम लोग सर्दी के कारण मरहूम न हो जाए इसके लिए भी उपाय कर लीजिए।स्वामीजी ने कहा कि हर आदमी का कर्तव्य बनता है कि अपने घर से साफ सुथरे पुराने गर्म कपड़े कम्बल शॉल आदि लेकर बेघर बेसहारा लोगों के प्राणों की रक्षा करते हुए सेवा में अर्पित करें।कुंभ पर्व बनकर सर्दी बचाव हेतु कम्बल रूपी अमृत से बेसहारा लोगों के प्राणों की रक्षा करते हुए उन्हें अमृत प्रदान करें।
इस नर रूपी नारायण की सेवाकार्य में स्वामीजी के साथ गुरुमाता जी,राहुल शर्मा ,विजय भसीन,दीपक खन्ना,प्रदीप,दक्ष,रुद्राक्ष आदि का विशेष सहयोग प्राप्त हुआ।