दिल्ली। स्वच्छता केवल सामाजिक और भौतिक गतिविधि नहीं है अपितु इसे स्वभाव और संस्कार से जोड़कर हम अपनी भावनाओं को भी पवित्र बना सकते हैं। हिन्दू कालेज में राष्ट्रीय सेवा योजना की इकाई द्वारा संचालित स्वच्छता सप्ताह के अंतर्गत विशेष सफाई अभियान का उदघाटन करते हुए प्राचार्य प्रोअंजू श्रीवास्तव ने कहा कि स्वच्छता और सेवा का आंतरिक सम्बन्ध भी समझना चाहिए। उन्होंने राष्ट्रीय सेवा योजना के सफाई अभियान में महिला विकास केंद्र सहित अन्य विभागों के विद्यार्थियों की भागीदारी को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि हमें सबसे पहले अपने परिसर, फिर अपने देश और तदन्तर अपनी समूची धरती के पर्यावरण को साफ़ और सुरक्षित बनाने के लिए हरसंभव प्रयास करने चाहिए।
सफाई अभियान के अंतर्गत सोमवार को हिन्दू कालेज की मुख्य चारदीवारी से लगी क्यारियों में जमा कचरा और पॉलीथिन हटाया गया। सफाई अभियान की जानकारी देते हुए कार्यक्रम अधिकारी डॉ पल्लव ने बताया कि गांधी जयंती से पहले समूचे महाविद्यालय परिसर को स्वच्छ बनाना राष्ट्रीय सेवा योजना का संकल्प है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष के संकल्प वाक्य 'स्वभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता' को ध्यान में रखकर विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। अभियान में हिंदी विभाग के प्रभारी प्रो विमलेन्दु तीर्थंकर ने भागीदारी करते हुए युवा पीढ़ी का आह्वान किया कि सेवा कार्यों में शर्म का कोई स्थान नहीं है और असल में सेवा से ही हम अपने भीतर विनम्रता तथा उदारता के संस्कारों को पुष्ट करते हैं। महिला विकास केंद्र की परामर्शदाता डॉ नीलम सिंह ने कबीर को उद्धृत करते हुए बताया कि वातावरण की सफाई के साथ मन की सफाई बेहद आवश्यक है। मन में मैल रखकर हम किसी ऊंचाई को नहीं प्राप्त कर सकते। राष्ट्रीय सेवा योजना की महाविद्यालय इकाई की अध्यक्ष नेहा यादव ने बताया कि मंगलवार को स्वच्छता सन्देश रैली आयोजित की जाएगी। अभियान में डॉ सोनिया कुमारी सहित अन्य अध्यापक और विद्यार्थी भी उपस्थित रहे। अंत में सचिव आदित्य राज ने सभी का आभार ज्ञापित किया।
निशांत पिवाल
मीडिया प्रभारी
राष्ट्रीय सेवा योजना
हिन्दू कालेज, दिल्ली