दिल्ली 29सितंबर:~"वसुधैव कुटुंबकम विचारधारा से हमने मृतकों के प्रति कर्तव्य निर्वहन किया है यह संदेश दिया स्वामी श्री राजेश्वरानंद जी महाराज ने शाहदरा गोरख पार्क स्थित श्री राजमाता झंडेवाला मंदिर में आयोजित "सर्व पितृ यज्ञ" में पहुंचे भक्तजनों को।
दरबार के प्रबंधक राम वोहरा ने बताया कि स्वामी श्री राजेश्वरानंद जी महाराज के सान्निध्य में आयोजित सर्व पितृ यज्ञ में विशेषकर बांग्लादेश नरसंहार में मारे गए निर्दोष भोले भाले हिंदुओ की आत्मिक शांति के साथ स्वतंत्रता सेनानियों, संतों महात्माओं एवम उन दिवंगत आत्माओं हेतु श्राद्ध कर्म हेतु आहुतियां दी गई जिन्होंने राष्ट्र को ही अपना धर्म मानकर बिना घर परिवार की परवाह किए हुए सेवा धर्म के अंतर्गत अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। पितृ यज्ञ में उन लोगों के लिए भी श्राद्ध तर्पण किया गया जो कोरोना,प्राकृतिक आपदाओं में काल का ग्रास बन गए।आचार्य वेदमुर्ती जी महाराज द्वारा पितृ गायत्री पाठ,सर्व मंगल मांगले के वैदिक मंत्रोचारण के साथ पितृ यज्ञ में आहुतियां अर्पित की गई।बगलामुखी अनुसन्धान केन्द्र के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी श्री वेदमूर्ति जी महाराज द्वारा वैदिक मंत्रोचारण के साथ यज्ञ संपन्न कराया गया एवम हिमाचल कामाक्षा शीतिपीठ से मुख्य पुजारी निरंजन दास जी महाराज,प्राचीन नवदुर्गा मंदिर लाजपत नगर के महंत सतीश दास जी महाराज, योगशक्ति साधना पीठ गया से संतोषानंद गिरी जी महाराज, देवोत्थान सेवा समिति के विजय शर्मा जी एवम अन्य संत महात्माओं सहित गणमान्य लोगों द्वारा भूले बिसरे दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि,तिलांजलि,पुष्पांजलि,काव्यांजलि अर्पित की गई।ब्रह्मभोज साधुभोज के बाद आए हुए भक्तों ने सामूहिक श्राद्ध में भंडारा प्रसाद ग्रहण किया।
इस अवसर पर भक्तों को संबोधित करते हुए स्वामी राजेश्वरानंद जी महाराज ने कहा कि "बांग्लादेश नरसंहार में मारे गए निर्दोष भोले भाले लोगों का सामूहिक श्राद्ध कर्म करने के पीछे वसुधैव कुटुंबकम् विचारधारा कार्यरत है। उन हुतात्माओ को श्रद्धांजलि देकर कृतज्ञता व्यक्त करना हमारा कर्तव्य बनता है जिन्होंने धर्म,समाज,राष्ट्र सेवा करते हुए अपने घर परिवार की परवाह नहीं की ओर अपने प्राण न्यौछावर कर दिए।हम अपने सांसारिक रिश्तों के लिए तो श्राद्ध करें लेकिन उन लोगों को भूल जाए जिनकी वजह से हम सुरक्षित सुखी जीवन व्यतीत कर रहे हैं।
पितृ यज्ञ में लोगों ने अपने पूर्वजों के निमित्त भी आहुतियां अर्पित करते हुए स्वामी जी द्वारा जनकल्याण विश्वशांति हेतु सर्व कल्याण अरदास में भाग लिया।
राम वोहरा