- ओमप्रकाश प्रजापति
सविता चड्ढा का नाम हिंदी साहित्य जगत में एक प्रमुख स्थान रखता है। आपने 50 से अधिक पुस्तकों के लेखन के साथ, आप ने न केवल साहित्यिक दुनिया में एक महत्वपूर्ण पहचान बनाई है, बल्कि अपने सहज और धैर्यवान स्वभाव के कारण भी आपको व्यापक सराहना मिली है। सविता चड्ढा का जन्म ऐसे परिवार में हुआ, जहाँ से आपको हिंदी साहित्य के प्रति प्रेम और समर्पण की प्रेरणा मिली। आप की प्रारंभिक शिक्षा भी इसी वातावरण में हुई, जिससे आप की साहित्यिक समझ और भी गहरी हो गई। आप ने हिंदी साहित्य में उच्च शिक्षा प्राप्त की, जिससे आप की लेखन शैली और भी निखर गई। सविता चड्ढा की साहित्यिक यात्रा कई दशकों से जारी है। आप ने अपने जीवनकाल में 50 से अधिक पुस्तकें लिखी हैं, जो विभिन्न साहित्यिक विधाओं में विभाजित हैं। आप के साहित्यिक कार्यों में साक्षात्कार, उपन्यास, कविता संग्रह, निबंध और कहानियाँ शामिल हैं। आप के लेखन में जीवन के विभिन्न पहलुओं, सामाजिक मुद्दों और मानवता की गहरी झलक मिलती है। आप के उपन्यासों में सामाजिक और सांस्कृतिक विषयों पर गहरा चिंतन दिखाई देता है। आप की कविताएँ सजीव और संवेदनशील होती हैं, जो पाठकों के हृदय को छू जाती हैं। आप के निबंधों में समाज के विभिन्न पहलुओं का विश्लेषण और समाधान प्रस्तुत किया गया है। आप की कहानियों में जीवन के छोटे-बड़े अनुभवों की सजीव प्रस्तुति होती है।
सविता चड्ढा का व्यक्तित्व आप की लेखनी की तरह ही सहज और धैर्यवान है। आप की सहजता उनके लेखन में स्पष्ट रूप से दिखाई देती है, जहाँ वे जटिल विषयों को भी सरल भाषा में प्रस्तुत करती हैं। आप का धैर्य लेखन के प्रति उनके समर्पण में परिलक्षित होता है, जिससे वे लगातार नई और महत्वपूर्ण रचनाएँ लिखती रहती हैं।
सविता चड्ढा को उनके साहित्यिक योगदान के लिए कई पुरस्कार और सम्मान प्राप्त हैं। आप के कार्यों ने न केवल हिंदी साहित्य को समृद्ध किया, बल्कि उन्हें एक उच्चतम स्थान भी दिलाया। आप के योगदान के लिए राज्य स्तरीय साहित्यिक सम्मान और कई अन्य प्रतिष्ठित पुरस्कारों से नवाजा गया है। सविता चड्ढा का जीवन और कार्य हिंदी साहित्य के लिए एक अमूल्य धरोहर हैं। आप की सहजता, धैर्य और साहित्य के प्रति समर्पण ने आपको एक विशेष स्थान दिलाया है। आप की रचनाएँ न केवल पाठकों को मनोरंजन प्रदान करती हैं, बल्कि उन्हें सोचने और समाज के प्रति संवेदनशील बनने के लिए भी प्रेरित करती हैं। सविता चड्ढा एक ऐसी साहित्यकार हैं, जिनके योगदान को आने वाली पीढ़ियाँ हमेशा याद रखेंगी और उनसे प्रेरणा लेती रहेंगी।