दिल्ली9अप्रैल:~शाहदरा गोरख पार्क स्थित श्री राजमाता झंडेवाला मंदिर में स्वामी श्री राजेश्वरानंद जी महाराज के सान्निध्य में 120वा नवरात्र महोत्सव का विधिवत रूप से शुभारंभ हो गया।
संस्थान के सहप्रबंधक राम वोहरा ने बताया कि स्वामी श्री राजेश्वरानंद जी महाराज के सान्निध्य में सर्व प्रथम प्रथम मां शैलपुत्री की विधिवत पूजा अर्चना की गई।जोकि हरियाली खुशहाली का प्रतीक है।मां की साधना से साधक की संकल्प शक्ति को मजबूत करती हैं।संस्थान के महापुरुषों द्वारा वैदिक मंत्रोचारण से चंडी यज्ञ में आहुतियां अर्पित की गई।तत्पश्चात स्वामी श्री राजेश्वरानंद जी महाराज द्वारा जय देवा भजन मंडल के साथ मातृ गुणगान किया गया।इसके बाद मंदिर गर्भगृह स्थित पवित्र गुफा में खुशहाली का प्रतीक खेत्री बिजन किया गया।अखंड ज्योत प्रचंड करने के साथ ही स्वामी श्री राजेश्वरानंद जी महाराज द्वारा जन कल्याण विश्व शांति की भावना हेतु पूर्ण नवरात्र मौन व्रत साधना का शुभारंभ हो गया।संस्थान की ओर से अन्न के अलावा व्रत धारियों के लिए भंडारे की व्यवस्था की गई है।कार्यक्रम का समापन सामूहिक रूप से दुर्गा चालीसा के पाठ से हुआ जिसका विशेष महत्व बताया गया।
इस अवसर पर भक्तों को संदेश देते हुए स्वामी श्री राजेश्वरानंद जी महाराज द्वारा नवरात्र शक्ति की महिमा पर प्रकाश डालते हुए कहा गया कि नवरात्र में अन्न त्याग का व्रत करने के साथ अधिक से अधिक भजन करने का व्रत करना चाहिए।अन्न त्याग से मन पर नियंत्रण होता है तो दूसरी ओर भजन करने से आत्मबल बढ़ता है।जिसका आत्मबल मजबूत होता है वह बड़ी से बड़ी दुःख तकलीफों को हवा के झोंके के समान व्यतीत कर सकते हैं।