बरनाला 09सितंबर, 2023: निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज जी के आर्शीवाद से संगरूर के शक्ति भवन मंदिर श्री महाकाली देवी जी में ज़ोनल लैवल इंगलिश मीडियम सन्त निरंकारी समागम का आयोजन किया गया। इस समागम में संगरूर के अतिरिक्त 31 अन्य ब्रान्चों के नौजवानों ने भाग लिया। जहां उन्होंने स्पीच, ग्रुप सांग, स्किट, क्विज आदि द्वारा सत्य का संदेश दिया।
इस अवसर पर फिरोजपुर से आए प्रो. ऐ. के.सेठी ने सतगुरु माता जी का संदेश देते हुए कहा कि हमे हर पल इस परमात्मा का धन्यवाद करना चाहिए जो हमें ये सुंदर जीवन मिला है। हमनें दूसरों की कमियां नहीं हमेशा गुण ही देखने हैं। जब हम किसी की बुराई सुनते है वो सीधी हमारे दिमाग तक जाती है जब की अच्छाई को हम जल्दी भुला देते है। मन तो हमेशा बुराई ही सोचता है पर जब हम गुरु की शरण में आ जाते है तो हमारी ये सोच बदल जाती है। जब हम किसी को स्माइल के साथ मिलते है तो वे भी आगे से हमें स्माइल करता है भाव के हम उसके गुण देखते हुए उस से ऐसे मिलते है। तब हमें उस इन्सान की अच्छाई ही दिखाई देती है।
उन्होंने आगे कहा कि सतगुरु माता जी ने हमें सेवा सिमरन सत्संग की शिक्षा दी है। जब भगत सत्संग-सेवा-सिमरन करने लगता है तो उसकी दृष्टि में बदलाव आने लग जाता है, फिर धीरे-धीरे उसकी दिशा भी ठीक होने लगती है। जिससे उसका ध्यान इस सर्वव्यापी परमात्मा व सत्गुरू के प्रति परिपक्व होता चला जाता है । उन्होंने कहा कि हम अपने जीवन में तीन गुण बसा ले पहला माफी मांगना दूसरा प्लीज कहना और तीसरा शुकराना करना। ये तीन गुण अपनी जिंदगी में ढाल लें। आप किसी भी उम्र के इंसान से कुछ न कुछ सीख सकते हो। जरूरी नहीं के ये उमर का मेरे से छोटा है इस से क्या सीखना। ऐसा नहीं है एक छोटे बच्चें से भी गुण ग्रहण किए जा सकते है। जैसे कई बार बच्चे को उसकी मां किसी कारण से गुस्सा करती है फिर भी वे अपनी मां को प्यार करता है क्यों के उसे पता है के वे उसकी अपनी है। उसी तरह अगर हम सारे संसार को अपना बना लेंगे फिर चाहे कोई हमें किसी कारण कुछ कह भी दे तो भी हमें उस पर गुस्सा नहीं आएगा। क्यों कि फिर सभी इन्सानों में परमात्मा ही नजर आएगा। उन्होंने कहा के आज सतगुरु की कृपा से ये इन नौजवान भाई बहनों ने इंग्लिश माध्यम द्वारा जो सत्य का संदेश दिया है ये वाक्य ही सराहनीय है और शुकराना करना है सतगुरु माता जी का जो आज नौजवानों को संसार की भटकन से निकाल कर सब को प्रेम के सूत्र में बांध रहे है।
संगरूर जोन के जोनल इनचार्ज डा. वी.सी. लूथरा ने कहा के सत्गुरू बाबा गुरबचन सिंह जी महाराज ने वर्ष 1973 से इंगलिश मीडियम सत्संग की शुरुआत की थी । वर्तमान युग में संसार के अधिकतर 100 देशों में इंगलिश भाषा का अनुसरण किया जाता है । सत्गुरू क्योंकि दूरदर्शी होते हैं इसलिए आज से 50 वर्ष पहले ही सत्गुरू ने इंगलिश मीडियम सत्संग का आयोजन शुरू करवा दिया जिससे कि यह ब्रहमज्ञान संसार के कोने-कोने में पहुंचाया जा सके।
इस समागम के आयोजन के लिए यहां के संयोजक श्री डा. के.सी. गोयल ने वहां उपस्थित सभी ब्रांचों के मुखी, संयोजक व नौजवानों का जिन्होंने इतनी मेहनत करके इस समागम को सफल बनाया सभी का धन्यवाद किया । सभी सेवादल अधिकारियों का धन्यवाद किया तथा सभी के लिए हर प्रकार के सुखों की प्राप्ति की कामना की।