लायंस क्लब दिल्ली किरण एवं प्रतिष्ठित समाचार पत्र नवभारत टाइम्स "गैजेट का मोह छोडो, परिवार से नाता जोड़ो" समाज सेवा के इस अभियान में विशेष रूप से विद्यार्थियों और महिलाओं को इस अभियान से जोड़ा जायेगा | लायंस क्लब दिल्ली किरण द्वारा आयोजित हिंदी पखवाड़े के अंतर्गत आयोजित गोष्ठी में नवभारत टाइम्स के प्रमुख संपादक श्री आशीष पांडेय ने घोषणा की कि इस अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय एसोसिएशन ऑफ़ लायंस क्लब दिल्ली किरण की ओर से हिंदी पत्रकारिता की उत्कृष्ट सेवा हेतु लायंस राष्ट्र भाषा पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा है | इस अवसर पर गोष्ठी को सम्मानित करते हुए आदरणीय पांडेय जी ने व्यावहारिक हिंदी के प्रयोग पर विशेष बल दिया | सरकारी और अनुवादित हिंदी बोलचाल में प्रयोग में नहीं होती है इसलिए आवश्यक है जो जनमानस में हिंदी का प्रयोग हो रहा है इसी उद्देश्य को लेकर हम काम कर रहे हैं | पाण्डेय जी ने लायंस क्लब का धन्यवाद किया जब ऐसी सामाजिक संस्थाएं हिंदी के प्रचार प्रसार में जुड़ी हैं तो निश्चित रूप से हिंदी का भविष्य बहुत उज्जवल है | देश के प्रधानमंत्री देश में विदेश में राष्ट्रभाषा हिंदी का प्रयोग करते हैं इसके कारण से भी हिंदी अंतर्राष्ट्रीय जगत में अपना प्रमुख स्थान बना रही है | मुख्य वक्ता नवभारत टाइम्स के महानगरी के संपादक श्री गुलशन रॉय खत्री को भी इस अवसर पर सम्मानित किया गया उन्हें हिंदी विशेषकृत पत्रकारिता पुरस्कार लायंस मातृभाषा पुरस्कार स्वरूप भेंट कर अभिनन्दन किया गया | क्लब अध्यक्ष श्री भूपेंद्र तिवारी ने अपने स्वागत शब्दों के अनुसार जो आज बोलचाल की भाषा है उसे ही व्यवहार में बदलने की आवश्यकता है | हमें हिंदी भाषा को आर्थिक जगत से भी जोड़ना होगा | मुख्य अतिथि श्री आशीष पांडेय जी ने हिंदी पत्रकारिता में नए प्रयोगों पर प्रकाश डाला और विशेष रूप से देश के प्रधानमंत्री द्वारा अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय कार्यक्रमों में हिंदी की प्रतिष्ठा को बढ़ाने के लिए धन्यवाद किया | आज देश में सर्वाधिक हिंदी भाषा के पत्र पत्रिकाएं प्रकाशित होती हैं हिंदी पाठकों की संख्या भी बहुत ज़्यादा है और नवभारत टाइम्स जन-जन की आवाज़ बनकर आगे बढ़ रहा है | लायंस क्लब के डिस्ट्रिक्ट गवर्नर रहे श्री सुरेश बिंदल ने बताया कि अब हिंदी भाषा अंतर्राष्ट्रीय क्लब में स्वीकृत भाषा है हमारा सारा साहित्य हिंदी में उपलब्ध है हमारी मासिक पत्रिका भी हिंदी में प्रकाशित होती है 70 के दशक में हिंदी का बोलबाला नहीं था और 80 के दशक में देश के अधिकांश हिंदी भाषी क्षेत्र के क्लब अपना सेवा कार्य हिंदी भाषा में करते हैं इस अवसर पर डॉक्टर अंजलि गुप्ता ने अपने विचार रखे, डॉक्टर इंदु गुप्ता द्वारा अनुवादित दो पुस्तकों का विमोचन किया गया इस अवसर पर क्लब द्वारा नवम्बर माह में अभावग्रस्त कन्याओं के विवाह पर विस्तृत चर्चा की गई और सभी से आग्रह किया गया कि ज़्यादा से ज़्यादा वर-वधुओं का रजिस्ट्रेशन करवाया जाये | इस अवसर पर श्री एस. जयरमन, श्री एल.सी. शर्मा, श्री मनोज गुलाटी, श्री सुरेश मित्तल, श्री सुरेश शर्मा, श्री राजेश सेठ, श्री संजय अग्रवाल, श्री संजय गुप्ता, श्री सुनील गुप्ता, श्री राजीव संगल, श्री राजीव तागड़ी, श्री महेश मित्तल, श्री राजीव संगल, श्री संजय गुप्ता, श्रीमती प्रेमलता अग्रवाल तथा श्री योगेंद्र बंसल विशेष रूप से उपस्थित थे | उप प्रधान राजीव संगल द्वारा किये गए राष्ट्रगान के साथ गोष्ठी समाप्त हुई |
प्रेषक : सुरेश बिंदल