भजनपुरा की गलियां जय श्री राम व भारत माता के जयकारों के साथ विभिन्न प्रकार के मंत्रों से गूंजती दिखाई दी। मौका था प्रसिद्ध कवि व भाजपा जिला मंत्री भुवनेश सिंघल के सांस्कृतिक अभियान ‘मंत्र सुनाओ, गिफ्ट ले जाओ’ का। इस अवसर पर लगभग 3 हजार महिलाओं व बच्चों ने मंत्र, चौपाई, श्लोक, आरती, भजन, गुरुवाणी व जिनवाणी आदि सुनाए। भुवनेश सिंघल ने मंत्र सुनाने वालों को पौधे व 4 प्रकार की खाद्य सामग्री गिफ्ट के रूप में दी। भुवनेश सिंघल द्वारा ये अभियान पिछले कई महीनों से लगातार चलाया जा रहा है। इस आयोजन के साथ ही मंत्र आदि सुनाने वालों की संख्या 87 हजार हो गई है। इस अभियान के तहत भुवनेश सिंघल ने आने वाले सभी लोगों को पहले 5 मंत्र सिखाये व सभी से सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ भी करवाया। इस अभियान की सफलता व गंभीरता को इस बात से समझा जा सकता है कि माताएं अपने बच्चों को सनातन धर्म के संस्कार देने के लिये बच्चों को खूब तैयारी कराकर भेजती हैं और स्वयं भी मंत्र आदि सीखकर आती हैं। भुवनेश सिंघल से बात करने पर उन्होंने बताया कि उनका लक्ष्य 1 लाख लोगों को मंत्र आदि सिखाना है। उन्होंने यह भी बताया कि इस अभियान से बच्चे व महिला-पुरूष न केवल मंत्र आदि सीख रहे हैं बल्कि घरों में प्रतिदिन पूजा पाठ करना भी सीख रहे हैं। उनमें नेतृत्व करने की कला व सार्वजनिक रूप से बोलने की कला भी पनप रही है। तीसरी कक्षा के एक बच्चे संयम ने शिव तांडव स्त्रोत का पूरा पाठ कंठस्थ कर सभी को हैरान कर दिया तो वहीं 5 वर्ष की अनुष्का ने सम्पूर्ण आरती व 3 मंत्र सुनाए। एक महिला बबिता ने बताया कि वो इस अभियान के कारण अनेक मंत्र, आरती व चालीसा भी सीख चुकी हैं। सिंघल ने कहा कि हमारा ये अभियान एक मिशन है जोकि आज देशभर में अत्यंत लोकप्रिय हो चुका है। इसमें अबतक लगभग 87 हजार बच्चे व महिलाएं मंत्र, चौपाई, चालीसा, आरती, गुरूवाणी, जिनवाणी आदि सुनाकर सनातन संस्कृति की मूल भावना से जुड़ चुके हैं।
भुवनेश सिंघल ने यह भी बताया कि वो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व बागेश्वर पीठाधीश्वर धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री से अत्यंत प्रभावित हैं और वो मोदी जी के सपनों का भारत बनाने में अपना योगदान इस मंत्र सुनाओ गिफ्ट ले जाओ अभियान के माध्यम से दे रहे हैं। सिंघल ने कहा कि इस अभियान में उन्हें उनके क्षेत्र के सांसद मनोज तिवारी, जिलाध्यक्ष पूनम चौहान व विधायक अजय महावर का भी मार्गदर्शन मिल रहा है। सिंघल ने यह भी बताया कि इस अभियान से बच्चों की प्रवृति धार्मिक व सहिश्णु होने के साथ उदार भाव वाली बन रही है तथा समाज में समरसता का भाव भी जग रहा है। जहां पहले गलियों में कोई एक दूसरे को नहीं जानता था वहां आज सभी इस अभियान के माध्यम से एक दूसरे को जानने व पहचानने लगे हैं। वहीं बच्चे भी अब अपनी संस्कृति से रूबरू होने लगे हैं। इस अवसर पर मुख्य रूप से जिला उपाध्यक्ष नरेन्द्र चौधरी, पंडित नवीन, हैप्पी गुप्ता व वैभव सिंघल आदि मौजूद रहे।