2 अप्रैल 2025 को कवि श्री मनीष मधुकर की तीन पुस्तकों का भव्य लोकार्पण समारोह, महर्षि विवेकानन्द मॉडल स्कूल, सेक्टर 13 द्वारका दिल्ली में सम्पन्न हुआ। द्वारका क्षेत्र के पूर्व विधायक श्री ओ. पी. बब्बर की अध्यक्षता में हुए, इस कार्यक्रम को पश्चिमी दिल्ली की सांसद श्रीमती कंवलजीत सहरावत का सान्निध्य प्राप्त हुआ। विशिष्ट अतिथि के रूप मे, दिल्ली सरकार के गृहमंत्री श्री आशीष सूद ने समारोह की शोभा बढ़ाई। श्री मधुकर की जिन तीन पुस्तकों का लोकार्पण समारोह में हुआ, वे इस प्रकार रहीं- फिर भी गीत अधूरे रह गए [ गीत-संग्रह ], तुम्हारे बाद दुनिया में [ ग़ज़ल-संग्रह ], खुशबु से तर हैं चिट्ठियां [ ग़ज़ल-संग्रह। इन तीन पुस्तकों के साथ, श्री मनीष मधुकर के दो गीतों, 'राम हो जाना इतना सरल भी नही' तथा 'लौट के आजा ओ मनमीत' का वीडियो भी म्यूजिक कम्पनी sonotek द्वारा रिलीज किया गया ।
कार्यक्रम में, वरिष्ट साहित्यकारों व नए रचनाकारों की, अच्छी खासी उपस्थिति रही । पुस्तक 'फिर भी गीत अधूरे रह गए' पर परिचर्चा में, वरिष्ठ कवयित्री श्रीमती कीर्ति काले ने सत्र अध्यक्ष के रूप मे अपने विचार व्यक्त किए। सर्वश्री कवयित्री कल्पना शुक्ला, प्रीति त्रिपाठी व कवि पंकज अभिराज ने इस पुस्तक में से एक एक गीत का पाठ, अपनी मधुर आवाज़ में किया। मधुकर जी ने चुनिन्दा गीतों को पढ़ा, फिर इस पुस्तक को लोकार्पित किया गया। पुस्तक 'खुशबु से तर हैं चिट्ठियां' पर हुई परिचर्चा में वरिष्ट ग़ज़लकार, और श्री देवेन्द्र मांझी ने अपना शुभाशीष एक सुन्दर वक्तव्य के रूप में प्रदान किया, शायर जनाब सीमाब सुल्तानपुरी साहब ने भी, इस किताब पर शानदार, अध्यक्षीय उदबोधन दिया। गीतकार विकास यशकीर्ति व पंकज अभिराज ने पुस्तक की ग़ज़ल, अपने मधुर कंठ से पढ़ी। पुस्तक 'तुम्हारे बाद दुनिया में' पर हुई, गहन परिचर्चा में, वरिष्ट कवि डॉ. लक्ष्मीशंकर वाजपेयी ने पुस्तक की शानदार समीक्षा की।