दिल्ली 5जनवरी:~भगवान की ज्योत जगाएं लेकिन इसके साथ किसी मनुष्य के नेत्रों की ज्योति को बढ़ाने,जगाने का कार्य किया जाए तो यह करोड़ों गुणा फलदाई सिद्ध होगा यह विचार व्यक्त किए गए स्वामी श्री राजेश्वरानंद जी महाराज द्वारा गोरख पार्क शाहदरा स्थित श्री राजमाता झंडेवाला मंदिर में आयोजित विशाल फ्री चिकित्सा शिविर में आए हुए भक्तों को।
दरबार के प्रबंधक राम वोहरा ने बताया कि आध्यात्मिक ज्ञान के साथ दीन दुखियों के तीर्थ के रूप में विकसित श्री राजमाता झंडेवाला मंदिर में स्वामी श्री राजेश्वरानंद जी महाराज के सान्निध्य में विशाल चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया जिसमें महावीर इंटरनेशनल संस्था के सहयोग से 21 मोतियाबिंद रोगियों के ऑपरेशन,125 रोगियों को चश्मा,125 लोगो को आई ड्रॉप्स मुफ्त वितरण किए गए। आंचल हेल्थ सेंटर द्वारा लगभग 65 रोगियों के विभिन्न रोगों की रक्तजांच के साथ हड्डियों के रोगियों को फिजियोथैरेपिस्ट द्वारा एक्सर्साइज बताने के साथ हेल्थ सेंटर में छूट देने के कूपन बांटे गए,डॉक्टरों ने भीषड़ सर्दी से पीड़ित रोगियों को रोगों से बचाव का परामर्श ओर इलाज किया।प्रसिद्ध मनोचिकित्सक डॉ माला वोहरा खन्ना ने परिजनों के साथ आए हुए बच्चे जिनमें उदंडता,विषय को याद करने में दिक्कत,उदासी के रोगियों की काउंसलिंग की गई। प्रसिद्ध महिला रोग विशेषज्ञ डॉक्टर रश्मि शर्मा द्वारा स्त्रियों के रोगों के लगभग 40 रोगियों को सलाह के साथ उन महिलाओं को विशेष सलाह दी गई जो विवाह के वर्षों बाद भी संतान सुख से वंचित है। डॉक्टर के.पी.सिंह द्वारा शुगर के 40 रोगियों को मुफ्त दवाइयां वितरित की गई। जय माता चेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा भी नेत्र रोगियों को विशेष सहयोग दिया गया।इस विशाल चिकित्सा शिविर में अलग अलग रोगों से पीड़ित लगभग 190 रोगियों ने लाभ उठाया।शिविर का शुभारंभ स्वामी श्री राजेश्वरानंद जी महाराज द्वारा एक सफाई कर्मचारी से फीता कटवाकर सामाजिक समरसता का उत्तम उदाहरण प्रस्तुत किया गया।शिविर में जगद्गुरु प्रपन्नाचार्य जी महाराज,विद्वान कथावाचक मधुर जी महाराज, समाज सेवी विश्वास शुक्ल,योगेश गुप्ता,मयंक चतुर्वेदी , संजय वर्मा, कमल शर्मा ने रोगियों की सेवा में समय व्यतीत किया।
इस अवसर पर लोगों को मार्गदर्शन देते हुए स्वामी श्री राजेश्वरानंद जी महाराज ने कहा कि अच्छी बात है कि मंदिर में नियमित रूप से ज्योत जलाएं लेकिन इसके साथ अधिक महत्वपूर्ण वह होगा कि आप किसी नेत्र रोगी के नेत्रों की ज्योति के प्रकाशित करने की दिशा में काम करते है।स्वामी जी ने संदेश दिया सुच्ची कमाई करो,सच्चे परमात्मा को पहचानो,दीन दुखियों की सेवा करो इस मार्ग पर चलने वाले के जीवन में आनंद की प्राप्ति निश्चित होती हैं।दीन दुखियों को सेवालाभ प्राप्त होने पर जो उनके चेहरे पर मुस्कान देखने को मिलती हैं वह करोड़ों पूजा कर्मकाण्ड उसके आगे शून्य मालूम पड़ते है।स्वामीजी ने कहा कि मानवता से बढ़कर कोई धर्म नहीं,सेवा से बढ़कर कोई कर्म नहीं,अच्छे काम करने में कोई शर्म नहीं।
शिविर ने आए हुए डॉक्टरों एवं रोगियों के साथ सहयोगियों के लिए भंडारे की सुंदर व्यवस्था श्री राजमाता जी अन्नक्षेत्र द्वारा की गई।
राम वोहरा 9278199582