(रिपोर्ट विनोद पाराशर)
बलरामपुर (उत्तर प्रदेश) में 23 नवंबर 2024 को एक 'भव्य काव्य संध्या एवं सम्मान समारोह' का आयोजन किया गया। काव्य संध्या में देश के विभिन्न प्रदेशों से पधारे, सुप्रसिद्ध कवि कवित्रियों ने अपनी रचनाओं का पाठ किया। इस काव्य संध्या में स्थानीय कवियों एवं शायरों ने शिरकत की और अपने बेहतर कलाम पेश किए।
देश के जाने माने गीतकार डा. जय सिंह आर्य की अध्यक्षता में संपन्न हुई, इस काव्य संध्या में श्री सुधाकर पाठक (अध्यक्ष हिंदुस्तानी भाषा अकादमी एवं कार्यकारिणी सदस्य हिंदी अकादमी, दिल्ली), डॉ. शाद बलरामपुरी, जनाब बिलाल खालिद और श्री अंबरीश शुक्ला की विशिष्ट अतिथियों के रूप में उपस्थिति रही।
इस अवसर पर श्री सुधाकर पाठक ने कहा कि आज देश में जैसा माहौल चल रहा है,उसमें सामाजिक सद्भाव को बनाए रखना बहुत जरूरी है। साहित्यिक एवं सामाजिक संस्था 'हम सब साथ साथ' पिछले लगभग 11 वर्ष से 'सोशल मीडिया मैत्री सम्मेलन'आयोजित करती आ रही है। पिछले वर्ष से यह सम्मेलन 'हिंदुस्तानी भाषा अकादमी' के संयुक्त तत्वाधान में किया जा रहा है। सम्मेलन में संस्था से सोशल मीडिया के माध्यम से जुड़े लेखक, कवि, एवं अन्य कलाकार एकत्रित होते हैं और अपनी अपनी कलाओं का प्रदर्शन करते हैं ।
कार्यक्रम का संचालन सुमधुर कंठ की धनी, सुप्रसिद्ध युवा कवियत्री डॉक्टर भावना तिवारी और जनाब रईश सिद्दीकी जी ने संयुक्त रूप से किया।
काव्य पाठ करने वालों में शामिल थे- सुश्री अंजू मोटवानी (इंदौर),सत्य कुमार प्रेमी (नोएडा), गीता दत्त सहरिया (गुवाहाटी), सुरेंद्र सिंह राजपूत (देवास), सुश्री तूलिका सेठ (गाजियाबाद), उमाशंकर मिश्र (टीकमगढ़), सरिता गुप्ता(दिल्ली), संगीता राज(दिल्ली), डॉ. रवि शर्मा(दिल्ली), सुश्री पदमा तिवारी (दमोह) और श्री विनोद पाराशर (दिल्ली) आदि।
स्थानीय कवि एवं कवित्रियों में सुश्री रिचा मिश्रा,अहमद रजा, पीके प्रचंड, रईश सिद्दीकी साहब, मोहम्मद याकूब सिद्दीकी, देवेश कुमार बलरामपुरी, वीरेश पांडे, बंपर बहराइची और अंबरीश शुक्ला ने भी अपनी कविताओं का पाठ किया।कार्यक्रम में डॉ सुधा शर्मा (दिल्ली) सुश्री निशा गोयल(दिल्ली), सुश्री सरिता भटिया(दिल्ली), सुश्री शालिनी सक्सेना (नोएडा) श्री आर.सी. मोटवानी( इंदौर) और ओजेंद्र तिवारी (दमोह) की भी उपस्थित रहे।
इस कार्यक्रम के मुख्य संयोजक श्री किशोर श्रीवास्तव ने सभी अतिथियों को शाल व संस्था का स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में सहभागी रहे सभी कवियों एवं अतिथियों को स्मृति चिन्ह एवं सहभागिता प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
बलरामपुर में बाहर से पधारे सभी अतिथियों ने आसपास के क्षेत्र के दर्शनीय स्थलों का दौरा किया जिनमें शामिल थे देवीपाटन मंदिर,जेतवन मठ, आनंद बोधि वृक्ष तथा नेपाल के सीमावर्ती क्षेत्र में बसे कुछ दर्शनीय स्थल।