(रिपोर्ट-विनोद पाराशर)
हिंदी अकादमी, दिल्ली और हिंदुस्तानी भाषा अकादमी के संयुक्त तत्वाधान में दो दिवसीय (14-15 अक्टूबर 2024) बाल नाट्य उत्सव: कलरव, नई दिल्ली के मंडी हाउस में स्थित लिटिल थिएटर ग्रुप (एलटीजी) सभागार में संपन्न हुआ ।
नाट्यकला में रुचि रखने वाले दिल्ली के विद्यालयों के छात्रों ने इस नाट्य उत्सव में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। एक जटिल चयन प्रक्रिया के माध्यम से प्राप्त प्रविष्टियों के आधार पर चयन समिति ने दिल्ली के 30 स्कूलों से नाट्य मंडलियों का चयन किया था । समारोह में सम्मिलित छात्र-छात्राओं की टोलियों ने इसमें उत्साहपूर्वक अपनी-अपनी प्रस्तुतियां दीं।
सरकारी कार्यालय में भ्रष्टाचार, विवाह में दहेज देने की कुरीति, प्रतिस्पर्धा के युग में छात्रों में अच्छे अंक लाने का मानसिक दबाव, समाज में फैले अंधविश्वास, सोशल मीडिया की लत के दुष्परिणाम और यौन रोग जैसे बोल्ड विषयों पर बच्चों ने बहुत ही शानदार नाटक प्रस्तुत किए। दो दिन तक चले इस भव्य समारोह का उद्घाटन हिंदुस्तानी भाषा अकादमी के अध्यक्ष श्री सुधाकर पाठक एवं हिंदी अकादमी के सचिव श्री संजय कुमार गर्ग ने दीप प्रज्जवलित करके किया। श्री सुधाकर पाठक ने कहा कि स्कूल के बच्चों में छुपी प्रतिभा को प्रोत्साहन देने के लिए उनकी संस्था ने यह प्रस्ताव हिंदी अकादमी के पास भेजा था, जिसे उन्होंने सहज स्वीकार किया। उन्होंने इसके लिए उन्होंने हिंदी अकादमी का आभार भी व्यक्त किया।
इस नाट्य उत्सव में, विभिन्न विद्यालयों द्वारा प्रस्तुत किए गए 30 नाट्य प्रस्तुतियों में से प्रथम, द्वितीय,तृतीय और दो प्रोत्साहन पुरस्कार के लिए नाटकों का चयन किया गया। चयनित नाट्य मंडलियों को शील्ड व नगद राशि देकर सम्मानित किया गया। बच्चों को यह सम्मान हिंदी अकादमी के उपाध्यक्ष एवं प्रसिद्ध हास्य कवि श्री सुरेंद्र शर्मा के कर कमलों द्वारा प्रदान किया गया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इस आयोजन की अवधि अगले वर्ष से दो दिन से ज्यादा बढ़ाई जानी चाहिए जिसमें अधिक विद्यालयों की नाट्य मंडलियां अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकें । समारोह के पहले दिन विभिन्न विद्यालयों की 15 नाट्य मंडलियों को प्रदर्शन का अवसर दिया गया और उसके बाद निर्देशक एवं लेखक श्रीमती सुनीता अग्रवाल के नाटक 'आठवां सुर और उस पर 10 वीं ताल..2' का मंचन किया गया। अगले दिन समारोह के समापन सत्र में बच्चों की शेष 15 नाट्य प्रस्तुतियां हुई तथा उसके बाद एक युवा कवि सम्मेलन का आयोजन भी किया गया, जिसमें दिल्ली के विभिन्न विश्वविद्यालय से 20 युवा कवि एवं कवित्रियों ने अपनी कविताओं का पाठ किया। कार्यक्रम का मुख्य रूप से संचालन हिंदुस्तानी भाषा अकादमी की वरिष्ठ सदस्य डॉक्टर वनिता शर्मा और युवा कवि सम्मेलन का संचालन कार्यकारिणी के सदस्य और वरिष्ठ कवि विनोद पाराशर ने किया।
इस समारोह में हिंदी अकादमी के उप सचिव ऋषि कुमार शर्मा, सह सचिव श्री जगदीश शर्मा, हिंदुस्तानी भाषा अकादमी की ओर से उसकी कार्यकारिणी के सदस्य श्री विजय कुमार शर्मा, श्रीमती सरोज शर्मा, श्रीमती सुरेखा शर्मा और श्री राजकुमार श्रेष्ठ भी मौजूद थे ।
निर्णायक मंडल में शामिल थे रंगमंच से जुड़े श्री अजय मनचंदा, श्री किशोर श्रीवास्तव और श्रीमती सुनीता अग्रवाल। वरिष्ठ कवियत्री डॉ. तूलिका सेठ एवं बहुत से अन्य गणमान्य अतिथियों की भी उपस्थिति इस कार्यक्रम में रही।