प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ सविता चड्ढा के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर डॉ. पुष्पा सिंह विसेन द्वारा लिखित, राज सूर्य प्रकाशन से प्रकाशित प्रबंध काव्य का लोकार्पण हिंदुस्तानी भाषा अकादमी के सभागार में 28 अगस्त को सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। सुविखियात साहित्यकार डॉ. रवींद्र प्रभात और वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर डॉ.शंभू पवार, ट्रू मीडिया के संस्थापक डॉ. ओमप्रकाश प्रजापति, डॉ. पुष्पा सिंह बिसेन, राष्ट्रीय गीतकार डॉ.जयसिंह आर्य ने इस पुस्तक का लोकार्पण किया। लोकार्पण करते हुए डॉ.रविंद्र प्रभात, मुख्य अतिथि ने कहा कि यह पुस्तक सविता चड्ढा के संपूर्ण व्यक्तित्व एवं उनके द्वारा किए गए कार्यों को दर्शाती है। अपने अभिप्रेत भाव को तद्भव रूप में संप्रेषित करने की दक्षता के साथ, शब्दों लोकोक्तियां व मुहावरों की सामर्थ्य एवं सीमा, सुरक्षा का सूक्ष्म संधान करने वाली लेखिका है सविता चड्ढा। सविता चड्ढी के साहित्य में शब्द शब्द से दर्शन टपकता नजर आता है। उनकी कुछ कविताएं तो पत्थरोम में भी प्राण प्रतिष्ठा करती नजर आती है। उन्होंने कहा डॉ. पुष्पा सिंह बिसेन का यह बहुत ही महत्वपूर्ण कार्य है कि उन्होंने लेखिका पर अपनी इस तरह से कलम चलाई है और प्रबंध काव्य का सृजन किया है। इस अवसर पर बोलते हुए वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर पत्रकार डॉ. शंभू पंवार ने कहा कि डॉ. सविता चड्ढा बहुआयामी लेखिका है। आपने विभिन्न विषयों पर 50 से अधिक पुस्तकों का सृजन किया है। पत्रकारिता पर लिखी आपकी पुस्तकालय विभिन्न विश्वविद्यालय में पढ़ाई जा रही है। पुष्पा सिंह विषय द्वारा लिखित प्रबंध काव्य की उन्होंने भरपूर सराहना की और लेखिका को बहुत बधाई दी। कार्यक्रम का संचालन करते हुए शकुंतला मित्तल जी ने प्रबंध काव्य की कई महत्वपूर्ण पंक्तियों का उल्लेख किया।
इस अवसर पर सुधाकर पाठक ,रविंद्र प्रभात ,शंभू पवार, जय सिंह आर्य, डॉ. ओमप्रकाश प्रजापति, सरफराज जी, शकुंतला मित्तल, उमंग सरीन , डॉ कल्पना पांडेय, डॉ. वीणा मित्तल ,शारदा मादरा, वीना अग्रवाल, लक्ष्मी अग्रवाल, गीतांजलि, विजय सिंह होश, अमोद कुमार ने लेखिका के व्यक्तित्व पर अपने विचार प्रकट करते हुए इस ग्रंथ की सराहना की और लेखिका को अपनी शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर दिल्ली/ एनसीआर के बहुत सारे लेखक, कवि, पत्रकार उपस्थित रहे और लोकार्पण और सब के संबोधन के पश्चात माही मुंतज़िर, तरुण उमंग और सत्यम ने लेखिका को जन्मदिन की शुभकामनाएं देते हुए एक केक काटने की व्यवस्था की जिस पर बहुत ही उत्साह से सभी ने भाग लिया और सभी ने लेखिका डॉ. सविता चड्ढा को बहुत-बहुत शुभकामनाएं दी और बहुत ही उल्लासित वातावरण में समारोह संपन्न हुआ।