(रिपोर्ट-विनोद पाराशर)
दिल्ली के द्वारका में स्थित गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के सेमिनार हॉल में 15 अगस्त 2024 को 'रामदारश मिश्र न्यास' द्वारा आयोजित एक भव्य समारोह में नेपाली एवं हिंदी भाषा के युवा कवि एवं अनुवादक श्री राजकुमार श्रेष्ठ को 'रामदरश मिश्र शताब्दी सृजन सम्मान -2024' प्रदान किया गया।
यह पुरस्कार उन्हें शताब्दी साहित्यकार डॉ 'रामदरश मिश्र के कर-कमलो द्वारा प्रदान किया गया। पुरस्कार में प्रतीक चिन्ह,अंगवस्त्र, प्रशस्ति पत्र और ₹21000 की राशि शामिल है। उन्हें यह पुरस्कार हिंदी में लिखे गए उनके कविता संग्रह 'ऐसे भी देखिए' के लिए दिया गया। राजकुमार श्रेष्ठ युवा कवि होने के साथ-साथ भारतीय भाषाओं के विकास और उनके संवर्धन के लिए समर्पित संस्था 'हिंदुस्तानी भाषा अकादमी' की त्रैमासिक पत्रिका 'हिंदुस्तानी भाषा भारती' के संयुक्त संपादक भी हैं। अकादमी की ओर से अकादमी के अध्यक्ष श्री सुधाकर पाठक, कार्यकारिणी सदस्य श्री विजय शर्मा, श्री विनोद पाराशर डा. वनिता शर्मा और श्रीमती सुषमा भंडारी भी इस सम्मान समारोह में उपस्थित रहे।
यह समारोह हिंदी साहित्य के सुविख्यात शताब्दी साहित्यकार डॉ रामदरश मिश्र के 101 वें जन्मदिन पर आयोजित किया गया था। मंचासीन अतिथियों में- चर्चित कथाकार ममता कालिया, वरिष्ठ साहित्यकार सुरेश ऋतुपर्ण, विख्यात कवि अशोक चक्रधर,वेद प्रकाश, अभिताभ,कमल पाठक और पत्रकार राजू लामा शामिल थे ।
न्यास की सचिव डॉ स्मिता मिश्र ने शताब्दी साहित्यकार रामदरश मिश्र की अब तक की लम्बी साहित्यिक यात्रा तथा न्यास की गतिविधियों के संबंध में लोगों को जानकारी दी। कार्यक्रम समिति के अध्यक्ष तथा वरिष्ठ साहित्यकार श्री ओम निश्चल ने इस पूरे कार्यक्रम का बड़ी ही रोचकता और सहजता से संचालन किया।
गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय का सेमिनार हॉल दर्शकों से खचाखच भरा हुआ था, जिसमें देश विदेश से पधारे साहित्यकार, कवि लेखक एवं पत्रकार मौजूद थे ।