गाज़ियाबाद। ट्रू मीडिया समूह एवं ‘हँसता जीवन’ (साहित्यिक एवं सामाजिक संस्था ) के संयुक्त तत्वावधान में ‘आशा के आकाश पर’ श्री रजिंदर महाजन द्वारा रचित कुंडलियाँ संग्रह का लोकार्पण 27 जुलाई 2024 को भव्यता पूर्वक ट्रू मीडिया के प्रांगण में सफलता पूर्वक संपन्न हुआ है। आयोजन की अध्यक्षता डॉ. नीरजा मेहता ने की, डॉ कविता मलहोत्रा मुख्य अतिथि व डॉ. ओमप्रकाश प्रजापति व श्री विनोद महाजन विशिष्ट अतिथि रहे। डॉ. सूक्ष्म लता महाजन स्वागत अध्यक्ष रहीं। कार्यक्रम का संचालन सुश्री पूजा श्रीवासतव ने अपने मोहक अंदाज़ में किया। कार्यक्रम में जाने माने साहित्यकारों की उपस्थिति रही। दीप प्रज्वलन के साथ माँ शारदे की स्तुति सुश्री पूजा श्रीवासतव ने बहुत ही मधुर कंठ से ओत -प्रोत स्वरों में की। कार्यक्रम का शुभारम्भ अतिथियों के सम्मान से किया गया। सभी अतिथियों का हँसता जीवन की संस्थापिका डॉ. सूक्ष्म लता महाजन, डॉ. ओमप्रकाश प्रजापति द्वारा सभी मंचासीन अतिथियों को शॉल, साहित्य शिरोमणि सम्मान व पौधा भेट कर सम्मानित किया गया।
लोकार्पण समारोह में सर्वश्री डॉ. गीतांजलि, डॉ. मनोज कामदेव, डॉ. ऊषा श्रीवास्तव, डॉ. राजेश श्रीवास्तव, बबली सिनहा ‘वानया’, सुकृति श्रीवास्तव , मंजु दत्ता , मीता रानी, प्रणव कुमार, अतुल्य महाजन, किरण छाबड़ा, आदित्य महाजन, अनन्या महाजन, अशोक कुमार, कुलदीप कौर, लक्ष्मी अग्रवाल व अनेक साहित्यकार उपस्थित रहे। सभी अतिथियों को अंग वस्त्र, साहित्य शिरोमणि सम्मान व पौधा भेटकर हँसता जीवन द्वारा सम्मानित किया गया। सभी अतिथियों ने ‘आशा के आकाश पर’ कुंडलियाँ संग्रह की भूरि- भूरि प्रशंसा की और कुंडलियाँ संग्रह से अनेक कुंडलियों का पाठ भी किया। सामाजिक, आध्यात्मिक, प्राकृतिक, प्रेम, संस्कारों पर रचित सभी कुंडलियाँ अत्यंत मनमोहक व सार्थक थी। अपनी पहली काव्य संग्रह में कुंडलियाँ जैसी कठिन विधा पर कार्य करने हेतु सभी साहित्यकारों ने रजिंदर महाजन की दिल खोल कर सराहना की। रजिंदर महाजन ने काव्य संग्रह के बारे में बताते हुये कहा कि किस तरह से विषम परिस्थितियों से गुजरते हुए उन्होंने अपने मनोभावों को उकेरा। माँ शारदे व ईश्वरीय अनुकम्पा के बिना यह कार्य कदाचित् संभव नहीं हो पाता। अपने परिवार के सहयोग की भी उन्होंने इस अवसर पर चर्चा की। ट्रू मीडिया के निदेशक/ संस्थापक डॉ. ओमप्रकाश प्रजापति ने आशा व सकारात्मकता से भरपूर ‘आशा के आकाश पर ’कुंडलियाँ संग्रह की सुंदर समींक्षा करते हुए कहा कि यह संग्रह अत्यंत रोचक व पठनीय संग्रह है जिसे सभी को पढ़ना चाहिये। आयोजन की अध्यक्षा डॉ. नीरजा मेहता ने अपने वक्तव्य में रोचक कुंडलिया की सराहना करते हुए कहा कि यह संग्रह अत्यंत रोचक व लुभावना तो है ही, पर यह आयोजन भी अनूठा रहा जिसमें सभी अतिथियों ने संग्रह पर अपनी टिप्पणी व चर्चा की और सभी ने रजिंदर महाजन द्वारा रचित कुंडलियों का भरपूर रसास्वादन किया। हँसता जीवन की संस्थापिका डॉ.सूक्षम लता महाजन ने कड़ी मेहनत से रचित इस कुंडलियाँ संग्रह के लिये रजिंदर महाजन को बहुत बधाई दी और सभी आगंतुकों को अभिवादन करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया।