राजधानी दिल्ली में आडंबर रहित विशुद्ध काव्य गोष्ठियों की प्रतीक साहित्यिक संस्था कविवार ने कल दिनांक 16/3/24 को प्रिंस अपार्टमेंट्स में अपनी बारहवीं गोष्ठी संपन्न की । हमेशा की तरह बिलकुल पारिवारिक वातावरण में लगभग तीन घंटे चली इस वार्षिक गोष्ठी में डॉक्टर दराल की हास्य रचना से प्रारंभ होने के बाद सभी सहभागियों ने काव्य के विभिन्न रंग बिखेर कर रंगपर्व होली के आने का पूर्वाभास करा दिया । इस बार नियमित सदस्यों की प्रस्तुतियों के अलावा सुप्रसिद्ध फिल्म अभिनेता और रंगकर्मी श्री शाहनवाज़ खान साहब ने न केवल अपनी रचनाएं पढ़ीं अपितु अपने अभिनय के कुछ अंश प्रस्तुत कर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया । रमज़ान के पवित्र अवसर पर सबके लिए यह एक पवित्र उपहार जैसा था । इस विशेष वार्षिक गोष्ठी में संस्था ने कुछ रचनाकारों को विशेष स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। सम्मान प्राप्तकर्ताओं में डॉक्टर टी एस दराल, श्री सतपाल चावला , श्री शाहनवाज़ खान और मुझे यह सौभाग्य प्राप्त हुआ । हमेशा की तरह सबकी प्रस्तुतियों सहित श्री अनिल मासूम और श्री हरमोहिंदर सिंह जी ने अपनी अद्भुत रचनाओं और टिप्पणियों से सबका मन जीत लिया । प्रबुद्ध और विशुद्ध श्रोताओं के रूप में डॉक्टर रेखा दराल , श्रीमती साहिल , श्रीमती रेणु शर्मा और श्रीमती राधा लगातार उपस्थित रहीं । अपने आतिथ्य सत्कार में सदैव बहुत मन से व्यस्त रहने वाली डॉक्टर रेखा दराल ने होली के पर्व के आगमन को रेखांकित करते हुए अन्य मिष्ठानो के अलावा रंग बिरंगी गुजिया से माहौल में मिठास घोल दी